जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के राजौरी में सोमवार को एक सरकारी कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि दो पाकिस्तानी आतंकियों ने एक टारगेट किलिंग के तहत इस हत्या को अंजाम दिया और आतंकवाद विरोधी कानूनों के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. समाज कल्याण विभाग के कर्मचारी मोहम्मद रजाक को जिले के शाहदरा शरीफ में उनके घर के बाहर गोली मार दी गई. अस्पताल लेकर जाने पर उन्हें मृत घोषित किया गया, चोटों के कारण उनकी मौत हुई.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, जब आतंकवादियों ने गोलीबारी की तो उनका भाई (जो कि टेरीटोरियल आर्मी में है) भी साथ था. उन्होंने उसका अपहरण करने की कोशिश की, लेकिन वह सुरक्षित भागने में सफल रहा.
पुलिस के मुताबिक, आतंकियों ने हमले में अमेरिका निर्मित एम4 राइफल और पिस्तौल का इस्तेमाल किया.हमले में इस्तेमाल की गई एम-4 राइफल की गोलियां बरामद की गई हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमलावरों को पकड़ने के लिए सेना और पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया गया है. बता दें कि 20 साल पहले रज़ाक के पिता की भी इसी इलाके में आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी.
यह हमला शोपियां जिले के अनंतनाग और हरपोरा इलाके में दो गैर-स्थानीय लोगों को निशाना बनाए जाने के बाद हुआ है. दक्षिण कश्मीर के हरपोरा में देहरादून के एक निवासी को आतंकवादियों द्वारा गोली मारने के ठीक एक सप्ताह बाद बुधवार को अनंतनाग में टारगेट किलिंग में आतंकवादियों ने बिहार के एक प्रवासी श्रमिक की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
पिछले साल राजौरी और पुंछ में इस तरह के लगातार आतंकी हमले हुए थे, जिसमें सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे. इन हमलों को रोकने और पाकिस्तान की सीमा से लगे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र की सुरक्षा के लिए कम से कम तीन और ब्रिगेडों को शामिल किया गया है.दोनों क्षेत्र अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा हैं जहां 7 मई को मतदान होगा.
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