ट्विटर ने भारत में शुरू की कर्मचारियों की छंटनी, ईमेल के जरिए मिलने लगी है सूचना

ट्विटर इंडिया के एक कर्मचारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, "छंटनी शुरू हो गई है. मेरे कुछ सहयोगियों को इस बारे में ईमेल से सूचना मिली है."

ट्विटर ने भारत में शुरू की कर्मचारियों की छंटनी, ईमेल के जरिए मिलने लगी है सूचना

ट्वीटर ने कंपनी के वैश्विक कार्यबल को कम करने के लिए बड़े पैमाने पर छंटनी शुरू की है.

नई दिल्ली:

ट्विटर ने वैश्विक स्तर पर कार्यबल में कमी करने की योजना के तहत भारत में कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है. दुनिया के सबसे धनी कारोबारी एलन मस्क ने पिछले हफ्ते ट्विटर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पराग अग्रवाल के साथ ही मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) और कुछ अन्य शीर्ष अधिकारियों को निकाल दिया था. उन्होंने ट्विटर का अधिग्रहण करने के तुरंत बाद ऐसा किया. इसके बाद शीर्ष प्रबंधन के कई लोगों ने इस्तीफा दिया.

मस्क ने अब कंपनी के वैश्विक कार्यबल को कम करने के लिए बड़े पैमाने पर छंटनी शुरू की है. ट्विटर इंडिया के एक कर्मचारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर पीटीआई-भाषा को बताया, "छंटनी शुरू हो गई है. मेरे कुछ सहयोगियों को इस बारे में ईमेल से सूचना मिली है."

एक अन्य सूत्र ने कहा कि छंटनी ने भारतीय टीम के 'महत्वपूर्ण हिस्से' को प्रभावित किया है. हालांकि, अभी छंटनी का पूरा ब्योरा नहीं मिला है. ट्विटर इंडिया ने इस संबंध में ईमेल के जरिये किए गए सवालों का जवाब खबर लिखे जाने तक नहीं दिया था.

मस्क के ट्विटर के अधिग्रहण से पहले ही इस तरह की चर्चा थी कि वह सोशल मीडिया कंपनी में कर्मचारियों की संख्या में कटौती करेंगे. कुछ खबरों में तो यहां तक कहा गया है कि वह कर्मचारियों की संख्या में 75 प्रतिशत की कमी करेंगे.

अमेरिका स्थित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्वीटर ने पहले कर्मचारियों को एक आंतरिक ईमेल में कहा था, "ट्विटर को रास्ते पर लाने के प्रयास में, हम शुक्रवार को अपने वैश्विक कार्यबल को कम करने की कठिन प्रक्रिया से गुजरेंगे. सभी को एक व्यक्तिगत ईमेल प्राप्त होगा."

कंपनी कर्मचारियों की सुरक्षा के साथ-साथ ट्विटर सिस्टम और ग्राहक डेटा के लिए सभी कार्यालयों को अस्थायी रूप से बंद कर देगी. ट्विटर ने कहा था, 'अगर आप ऑफिस में हैं या ऑफिस जा रहे हैं तो कृपया घर लौट आएं.'

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जबकि ट्विटर के बोलने की स्वतंत्रता को लेकर सरकार के साथ कई बार टकराव हुआ, कंपनी ने ईमेल में कर्मचारियों को प्रेस या अन्य जगहों पर सोशल मीडिया पर गोपनीय कंपनी की जानकारी पर चर्चा करने से रोक दिया.