श्रीनगर:
अफगानिस्तान के कई शहरों में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों की आंच देर-सबेर कश्मीर तक भी पहुंच सकती है।
श्रीनगर स्थित सेना की 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) के लेफ्टिनेंट जनरल एसए हसनैन ने कहा, "इसका कोई तात्कालिक प्रभाव नहीं है। लेकिन कई घटनाओं को जोड़ा जाए तो हमें कुछ निश्चित संकेत मिलते हैं।" उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा कहा है कि एक स्थान पर किसी घटना का असर दूसरी जगह भी होता है। मुझे लगता है कि अफगानिस्तान में हिंसा की आंच यहां तक भी पहुंचेगी।"
हसनैन ने इन आशंकाओं को खारिज किया कि घाटी के कुछ इलाकों में अलगाववादियों ने जो पोस्टर चिपकाए हैं, उससे सुरक्षा स्थिति प्रभावित होगी। उन्होंने कहा, "सबसे पहले तो यह कि हमें इस तरह के पोस्टर देखने की आदत है। यदि सेना ऐसे पोस्टरों से डरने लगे तो उसे सबकुछ छोड़कर बैठ जाना चाहिए। वास्तव में लोग इन पोस्टरों की ओर ध्यान नहीं देते।"
श्रीनगर स्थित सेना की 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) के लेफ्टिनेंट जनरल एसए हसनैन ने कहा, "इसका कोई तात्कालिक प्रभाव नहीं है। लेकिन कई घटनाओं को जोड़ा जाए तो हमें कुछ निश्चित संकेत मिलते हैं।" उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा कहा है कि एक स्थान पर किसी घटना का असर दूसरी जगह भी होता है। मुझे लगता है कि अफगानिस्तान में हिंसा की आंच यहां तक भी पहुंचेगी।"
हसनैन ने इन आशंकाओं को खारिज किया कि घाटी के कुछ इलाकों में अलगाववादियों ने जो पोस्टर चिपकाए हैं, उससे सुरक्षा स्थिति प्रभावित होगी। उन्होंने कहा, "सबसे पहले तो यह कि हमें इस तरह के पोस्टर देखने की आदत है। यदि सेना ऐसे पोस्टरों से डरने लगे तो उसे सबकुछ छोड़कर बैठ जाना चाहिए। वास्तव में लोग इन पोस्टरों की ओर ध्यान नहीं देते।"
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