प्रधानमंत्री की बात का समर्थन करते हुए नायडू ने तीन तलाक को महिलाओं के खिलाफ बताया है (फाइल फोटो)
हैदराबाद:
तीन तलाक के मुद्दे पर चौतरफा चल रही चर्चाओं के बीच केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने जोर दे कर कहा कि तीन तलाक कोई धार्मिक मुद्दा नहीं है और शरीयत में इसका कोई प्रावधान नहीं है.
नायडू ने कहा,‘तीन तलाक कोई धर्मिक मुद्दा नहीं है क्योंकि शरीयत में इसका कोई प्रावधान ही नहीं है. यह समानता का अधिकार और अन्य महिलाओं की ही भांति मुस्लिम महिलाओं के गरिमापूर्ण जीवन जीने के अधिकार का मामला है.’ उन्होंने कहा, ‘यह भेदभाव क्यों, इसका अंत किया जाना चाहिए और इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.’
मोदी पर राजनीतिक माइलेज लेने के लिए इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे के आरोपों पर उन्होंने कहा कि जो प्रधानमंत्री ने कहा उस पर मुस्लिम समुदाय को विचार करना चाहिए. भाजपा नेता ने सभी राजनीतिक पार्टियों से नकारात्मक राजनीति को समाप्त करने और सकारात्मक एंव रचनात्मक राजनीति में शामिल होने का संकल्प लेने की अपील की ताकि देश की उर्जाओं और लोगों का बेहतर इस्तेमाल किया जा सके.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नायडू ने कहा,‘तीन तलाक कोई धर्मिक मुद्दा नहीं है क्योंकि शरीयत में इसका कोई प्रावधान ही नहीं है. यह समानता का अधिकार और अन्य महिलाओं की ही भांति मुस्लिम महिलाओं के गरिमापूर्ण जीवन जीने के अधिकार का मामला है.’ उन्होंने कहा, ‘यह भेदभाव क्यों, इसका अंत किया जाना चाहिए और इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.’
मोदी पर राजनीतिक माइलेज लेने के लिए इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे के आरोपों पर उन्होंने कहा कि जो प्रधानमंत्री ने कहा उस पर मुस्लिम समुदाय को विचार करना चाहिए. भाजपा नेता ने सभी राजनीतिक पार्टियों से नकारात्मक राजनीति को समाप्त करने और सकारात्मक एंव रचनात्मक राजनीति में शामिल होने का संकल्प लेने की अपील की ताकि देश की उर्जाओं और लोगों का बेहतर इस्तेमाल किया जा सके.
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