तिहाड़ जेल में कार्यक्रम के दौरान सम्मानित करते अतिथि.
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के मौके पर जेलों में सुधार और सृजनात्मकता के नाम पर 'तिनका तिनका इंडिया अवार्ड' का आयोजन तिहाड़ जेल में किया गया. इस मौके पर वैसे कैदियों को सम्मानित किया गया, जो जेल में रह कर ही जेल के जीवन को बदल रहे हैं. इस अवार्ड को तीन वर्ग में बांटे गये थे. पहला कैदियों के लिए पेंटिंग, कैदियों के लिए विशेष टैलेंट और जेल अधिकारियों के लिए विशेष सम्मान. बता दें कि ये प्रविष्टियां जेल अधिकारी द्वारा ही भेजे जाते हैं.
इस साल अवार्ड में स्वच्छता अभियान और जेलों में बंदियों की स्थिति पर कई विशेष प्रविष्टियां आईं. इस बार छत्तीसगढ़, तेलंगाना, केरल, मध्य प्रदेश और गुजरात से सबसे ज्यादा भागेदारी देखने को मिली. बता दें कि 'तिनका तिनका तिहाड़' भारतीय जेलों के नाम एक श्रृंखला है, जिसकी संस्थापक और संयोजक जेल सुधारक वर्तिका नंदा हैं. वर्ष 2016 में शुरू किए गए इन पुरस्कारों का मकसद जेलों में सृजन और सकारात्मकता को बढ़ावा देना है.
यह भी पढ़ें - तिनका-तिनका बंदिनी अवार्ड : कमल ने खुद जेल में रहते हुए 14 महिलाओं को रिहा कराया
इस साल तिहाड़ के महानिदेशक अजय कश्यप ने तिहाड़ में पुरस्कार की घोषणा की. पेंटिंग और चित्रकारी में पहला पुरस्कार बिलासपुर जेल में कैदी भैश सिंह साहू को दिया गया. दूसरा पुरस्कार ममता को मिला वही, तीसरा पुरस्कार तेलंगाना जेल में बंद गौरिश को मिला.
विशेष पुरस्कारों की श्रेणी में तिहाड़ जेल के विनय, दूसरा गुजरात की जेल में बंद हरीश और तीसरा पुरस्कार पश्चिम बंगाल की सोना लामा को मिला. बता दें कि इस साल तिनका तिनका इंडिया अवार्ड में जेलों में जीवन और स्वच्छ भारत अभियान छाये रहे.
यह भी पढ़ें - आगरा जेल ने ठानी तिनका-तिनका उम्मीद, कैदियों ने तैयार किया थीम सॉन्ग
तिनका तिनका जेल सुधार विशेषज्ञ वर्तिका नन्दा की जेलों पर अपनी तरह की पहली श्रृंखला है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित वर्तिका की किताब और गाना – 'तिनका तिनका तिहाड़' और 'तिनका तिनका डासना' ने कई कीर्तिमान बनाए. उनकी किताब -तिनका तिनका तिहाड़, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में शामिल है. वर्तिका नन्दा दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कालेज में पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष हैं और अपराध बीट की देश की प्रमुख पत्रकारों में रही हैं.
VIDEO: हम लोग : तिनका तिनका तिहाड़
इस साल अवार्ड में स्वच्छता अभियान और जेलों में बंदियों की स्थिति पर कई विशेष प्रविष्टियां आईं. इस बार छत्तीसगढ़, तेलंगाना, केरल, मध्य प्रदेश और गुजरात से सबसे ज्यादा भागेदारी देखने को मिली. बता दें कि 'तिनका तिनका तिहाड़' भारतीय जेलों के नाम एक श्रृंखला है, जिसकी संस्थापक और संयोजक जेल सुधारक वर्तिका नंदा हैं. वर्ष 2016 में शुरू किए गए इन पुरस्कारों का मकसद जेलों में सृजन और सकारात्मकता को बढ़ावा देना है.
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इस साल तिहाड़ के महानिदेशक अजय कश्यप ने तिहाड़ में पुरस्कार की घोषणा की. पेंटिंग और चित्रकारी में पहला पुरस्कार बिलासपुर जेल में कैदी भैश सिंह साहू को दिया गया. दूसरा पुरस्कार ममता को मिला वही, तीसरा पुरस्कार तेलंगाना जेल में बंद गौरिश को मिला.
विशेष पुरस्कारों की श्रेणी में तिहाड़ जेल के विनय, दूसरा गुजरात की जेल में बंद हरीश और तीसरा पुरस्कार पश्चिम बंगाल की सोना लामा को मिला. बता दें कि इस साल तिनका तिनका इंडिया अवार्ड में जेलों में जीवन और स्वच्छ भारत अभियान छाये रहे.
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तिनका तिनका जेल सुधार विशेषज्ञ वर्तिका नन्दा की जेलों पर अपनी तरह की पहली श्रृंखला है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित वर्तिका की किताब और गाना – 'तिनका तिनका तिहाड़' और 'तिनका तिनका डासना' ने कई कीर्तिमान बनाए. उनकी किताब -तिनका तिनका तिहाड़, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में शामिल है. वर्तिका नन्दा दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कालेज में पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष हैं और अपराध बीट की देश की प्रमुख पत्रकारों में रही हैं.
VIDEO: हम लोग : तिनका तिनका तिहाड़
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