Tinka Tinka Tihar
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
तिहाड़ जेल में कैदियों और जेल अधिकारियों के नाम रहा 'तिनका तिनका इंडिया अवार्ड'
- Saturday December 9, 2017
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के मौके पर जेलों में सुधार और सृजनात्मकता के नाम पर 'तिनका तिनका इंडिया अवार्ड' का आयोजन तिहाड़ जेल में किया गया. इस मौके पर वैसे कैदियों को सम्मानित किया गया, जो जेल में रह कर ही जेल के जीवन को बदल रहे हैं. इस अवार्ड को तीन वर्ग में बांटे गये थे. पहला कैदियों के लिए पेंटिंग, कैदियों के लिए विशेष टैलेंट और जेल अधिकारियों के लिए विशेष सम्मान. बता दें कि ये प्रविष्टियां जेल अधिकारी द्वारा ही भेजे जाते हैं.
- ndtv.in
-
तिनका- तिनका ‘वैलेंटाइन’: इंतजार की अंतहीन खराश के बीच कुछ प्रेम....
- Tuesday February 14, 2017
- वर्तिका नंदा
‘वैलेंटाइन डे ’ पर भारत और दुनियाभर में प्रेम को विविध रूपों में अभिव्यक्त किया जाता है. इसमें से ज्यादातर जिक्र ‘इस पार’ के संसार का है. लेकिन उस पार के संसार का क्या ? उस प्रेम, संवेदना का क्या जिसे हर इजहार के लिए कानूनी अनुमति चाहिए? उस पार, यानी वह दुनिया जिसे हम ‘जेल’ के नाम से जानते हैं. यह एक शब्द मनुष्य और समाज की चिंता से बहिष्कृत है. इसलिए मैंने आज प्रेम के इजहार के लिए जेल और उस संसार को चुना है.. जिसके बारे में हम कभी बात नहीं करते...
- ndtv.in
-
तिहाड़ जेल में कैदियों और जेल अधिकारियों के नाम रहा 'तिनका तिनका इंडिया अवार्ड'
- Saturday December 9, 2017
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के मौके पर जेलों में सुधार और सृजनात्मकता के नाम पर 'तिनका तिनका इंडिया अवार्ड' का आयोजन तिहाड़ जेल में किया गया. इस मौके पर वैसे कैदियों को सम्मानित किया गया, जो जेल में रह कर ही जेल के जीवन को बदल रहे हैं. इस अवार्ड को तीन वर्ग में बांटे गये थे. पहला कैदियों के लिए पेंटिंग, कैदियों के लिए विशेष टैलेंट और जेल अधिकारियों के लिए विशेष सम्मान. बता दें कि ये प्रविष्टियां जेल अधिकारी द्वारा ही भेजे जाते हैं.
- ndtv.in
-
तिनका- तिनका ‘वैलेंटाइन’: इंतजार की अंतहीन खराश के बीच कुछ प्रेम....
- Tuesday February 14, 2017
- वर्तिका नंदा
‘वैलेंटाइन डे ’ पर भारत और दुनियाभर में प्रेम को विविध रूपों में अभिव्यक्त किया जाता है. इसमें से ज्यादातर जिक्र ‘इस पार’ के संसार का है. लेकिन उस पार के संसार का क्या ? उस प्रेम, संवेदना का क्या जिसे हर इजहार के लिए कानूनी अनुमति चाहिए? उस पार, यानी वह दुनिया जिसे हम ‘जेल’ के नाम से जानते हैं. यह एक शब्द मनुष्य और समाज की चिंता से बहिष्कृत है. इसलिए मैंने आज प्रेम के इजहार के लिए जेल और उस संसार को चुना है.. जिसके बारे में हम कभी बात नहीं करते...
- ndtv.in