गुलाम हसन और गीता (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सलमान खान की फिल्म 'बजरंगी भाईजान' के बड़े पर्दे पर आने के बाद से ही पाकिस्तान की गीता की कहानी भी फिल्म की तरह ही काफी चर्चा में रही। पाकिस्तान में एक दशक से अधिक समय से रह रही मूक बधिर भारतीय लड़की गीता को भारत वापस लाने और उसके परिवार से मिलाने के लिए टीवी से लेकर अखबारों तक और पाकिस्तान से लेकर भारत तक काफी चर्चा हुई।
अब जाकर पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग ने गीता नाम की पाक लड़की की भारतीय नागरिकता की पुष्टि की है। उच्चायोग ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को इसकी जानकारी दी है और उसके भारत आने की औपचारिकता पूरी करने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक भारत गीता को यात्रा संबंधी अस्थायी दस्तावेज जारी करेगा और पाकिस्तान वीजा देगा।
हालांकि अब तक भारत में गीता के परिवार का पता नहीं चल सका है। 5 अलग-अलग परिवारों ने गीता पर दावा किया है। गीता नौ साल की उम्र में रास्ता भटक कर पाकिस्तान पहुंच गई थी। फिलहाल उसकी उम्र 23 साल है, वो न बोल सकती है, न सुन सकती है।
वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान ने भी गुलाम हसन के पाकिस्तानी नागरिक होने की पुष्टि की है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान उच्चायोग ने विदेश मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर गुलाम हसन को वापस पाकिस्तान भेजने की मांग की है। 16 साल का गुलाम हसन गुजरात में जामनगर के एक जुवेनाइल होम में है।
पिछले साल मार्च में उसे और उसके मछुआरे पिता को भारतीय सीमा में घुसने पर गिरफ्तार कर लिया गया था। इस साल जुलाई में ईद के मौके पर भारत-पाक के आपसी समझौते के तहत गुलाम के पिता को तो रिहा कर दिया गया, लेकिन किसी तकनीकी वजह से गुलाम हसन को क्लियरेंस नहीं मिल पाया और वो अब भी जुवेनाइल होम में है।
अब जाकर पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग ने गीता नाम की पाक लड़की की भारतीय नागरिकता की पुष्टि की है। उच्चायोग ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को इसकी जानकारी दी है और उसके भारत आने की औपचारिकता पूरी करने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक भारत गीता को यात्रा संबंधी अस्थायी दस्तावेज जारी करेगा और पाकिस्तान वीजा देगा।
हालांकि अब तक भारत में गीता के परिवार का पता नहीं चल सका है। 5 अलग-अलग परिवारों ने गीता पर दावा किया है। गीता नौ साल की उम्र में रास्ता भटक कर पाकिस्तान पहुंच गई थी। फिलहाल उसकी उम्र 23 साल है, वो न बोल सकती है, न सुन सकती है।
वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान ने भी गुलाम हसन के पाकिस्तानी नागरिक होने की पुष्टि की है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान उच्चायोग ने विदेश मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर गुलाम हसन को वापस पाकिस्तान भेजने की मांग की है। 16 साल का गुलाम हसन गुजरात में जामनगर के एक जुवेनाइल होम में है।
पिछले साल मार्च में उसे और उसके मछुआरे पिता को भारतीय सीमा में घुसने पर गिरफ्तार कर लिया गया था। इस साल जुलाई में ईद के मौके पर भारत-पाक के आपसी समझौते के तहत गुलाम के पिता को तो रिहा कर दिया गया, लेकिन किसी तकनीकी वजह से गुलाम हसन को क्लियरेंस नहीं मिल पाया और वो अब भी जुवेनाइल होम में है।
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