बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षक जींस और टी शर्ट पहनकर स्कूल नहीं आ सकेंगे. सरकारी शिक्षकों के लिए नया ड्रेस कोड लागू कर दिया है. लेकिन वरिष्ठ अफसरों का कहना है ये नियम पुराने हैं अब बस इन्हें सख्ती से लागू किया जा रहा है. इस आदेश को लेकर सख्ती के पीछे वजह ये बताई जा रही है कि आजकल बड़ी संख्या में शिक्षक स्कूल में ही रील बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की कोशिश करते रहते हैं. सरकार मानती है इनसे स्कूल के माहौल पर गलत असर पड़ता है.
जींस पैंट में रील बनाते हैं शिक्षक
दूसरी ओर स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों का कहना है सरकार का यह नियम काफी अच्छा है. शिक्षकों का कहना है कि पुराने समय में भी विद्यालय में शिक्षक कुर्ता पजामा और धोती कुर्ता पहनकर आते थे और शिक्षा का माहौल स्कूल में काफी अच्छा था. बदले परिवेश में शिक्षक जींस पैंट और शर्ट पहन के जाते हैं और स्कूल में रील बनाते हैं. जिसे पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ बौद्धिक विकास भी प्रभावित होता है.
ड्रेस कोड पर क्या बोले शिक्षक
एक शिक्षक अशोक कुमार ने कहा कि ड्रेस कोड शालीनता का प्रतीक है और इसका शिक्षा से गहरा नाता है. जिससे शिक्षक और शिष्य के बीच में अच्छा परिवेश बनता है. हम लोग जब पढ़ते थे तो शिक्षा पर खास तवज्जों दी जाती थी, लेकिन आज कल स्कूल में पहनावे को कोई तरीका नहीं है. इसलिए सरकार ने जो ड्रेस कोड लागू किया है, वो अच्छा है. इसका बहुत अच्छा प्रभाव पड़ेगा. वहीं अन्य टीचरों ने भी इसे सकारात्मक पहल बताया.
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