
मुंबई 2008 के आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को आज अमेरिका से नई दिल्ली लाया जाएगा. मध्यपश्चिम भारत में इजरायल के महावाणिज्यदूत कोबी शोशानी का मानना है कि राणा का भारत आना मोदी सरकार की एक बड़ी कामयाबी है. शोशानी ने कहा, "मैं भारत सरकार को बधाई देना चाहूंगा क्योंकि यह निश्चित रूप से मोदी सरकार, भारतीय कूटनीति के लिए एक बड़ी सफलता है, वर्षों की कोशिशों के बाद उसे भारत लाया जा सका है. इस घटनाक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी के बेहतर रिश्ते की भी भूमिका रही है."
पाकिस्तान में जन्मा कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी का करीबी सहयोगी है.
शोशानी ने कहा, "26/11 हमले के बाद मैं भारत आया था. मुझे विदेश मंत्री ने यहां भेजा था. मेरे जेहन में उस वक्त नरीमन हाउस, ताज महल होटल, वीटी स्टेशन और लियोपोल्ड कैफे जाने की याद आज भी ताजा है. मुझे वह दिन बहुत अच्छी तरह याद है. मुझे आज भी बारूद की गंध आती है."
26/11 हमले में 164 लोग मारे गए और 300 से ज्यादा घायल हुए.आतंकवादियों ने भारतीयों और अन्य देशों के नागरिकों की हत्या की. मृतकों में इजरायल के चार नागरिक भी शामिल थे.
26 नवंबर 2008 की रात को 10 आतंकवादियों ने मुंबई में कई स्थानों पर एक साथ हमला किया था. आठ हमले दक्षिण मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, ओबेरॉय ट्राइडेंट, ताज महल पैलेस और टॉवर होटल, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल, नरीमन हाउस (यहूदी केंद्र), मेट्रो सिनेमा, और टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग और सेंट जेवियर्स कॉलेज के पीछे वाली गली में हुए. इसके अलावा, मुंबई के बंदरगाह क्षेत्र मझगांव में और विले पार्ले में एक टैक्सी में विस्फोट हुआ.नौ आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया जबकि एक अजमल कसाब जिंदा पकड़ा गया जिसे बाद में फांसी की सजा हुई.
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