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5 बेरोजगार, 7.5 लाख फिरौती और लौटाने का वादा... सुनील पाल के रहस्यमय किडनैप की इनसाइड स्टोरी

सुनील पाल को बीते हफ्ते मेरठ में 5 लोगों ने अगवा कर लिया था. उन्हें मेरठ में कॉमेडी शो के बहाने बुलाया गया था और इसके बाद उनका अपहरण हो गया था. इतना ही नहीं अपहरणकर्ताओं ने उनसे 7.5 लाख रुपये भी लिए और नौकरी लगने के बाद पैसे लौटाने का वादा भी किया.

5 बेरोजगार, 7.5 लाख फिरौती और लौटाने का वादा... सुनील पाल के रहस्यमय किडनैप की इनसाइड स्टोरी
(फाइल फोटो)

मशहूर कॉमेडियन सुनील पाल के साथ ठगी का ऐसा मामला सामने आया है, जो किसी को भी सोचने के लिए मजबूर कर देगा कि आखिर ठगों को सजा दें या फिर उनकी मदद कर उन्हें सही रास्ता दिखाएं. दरअसल, पूरी कहानी में इमोशनल एंगल जुड़ गया है. ठगों ने  सुनील पाल से कहा कि हम बुरे आदमी नहीं हैं, मां कसम, पैसे मिलते ही वापस कर देंगे. पूरा मामला यहां समझें...

दरअसल, कॉमेडियन सुनील पाल को कथित तौर पर यूपी के पांच लोगों ने अगवा कर लिया और 24 घंटो तक बंधक बनाए रखा. ये सभी लोग उन्हें कॉमेडी शो आयोजित करने के बहाने मेरठ ले आए थे. अगवा करने वाले आरोपियों ने कहा कि वो बेरोजगार हैं और सुनील पाल से 20 लाख रुपये की फिरौती की मांग की. इसके बाद 3 दिसंबर को सुनील पाल की पत्नी ने उस वक्त सांताक्रूज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जब वह किसी भी तरह से अपने पति से संपर्क नहीं कर पा रही थीं. उन्होंने कहा कि सुनील पाल के दोस्तों को उनके नंबर से मैसेज और वीडियो कॉल आ रहे हैं, जिसमें पैसों की मांग की जा रही है और कुछ दोस्तों ने उन्हें पैसे भी दिए हैं. 

क्या है पूरा मामला

  • 3 दिसंबर को शो के लिए दिल्ली और फिर मेरठ पहुंचे थे सुनील पाल
  • इसके बाद से नहीं लग रहा था कॉमेडियन का फोन, पत्नी ने अगले दिन सांताक्रूज पुलिस स्टेशन में लिखाई थी एफआईआर. 
  • पत्नी ने बताया सुनील पाल के दोस्तों से मांगे गए हैं पैसे.
  • पुलिस ने तुरंत लिया एक्शन और जिस अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कराए गए उसकी जानकारी ली.
  • इसके बाद पुलिस ने बैंक से संपर्क कर अकाउंट को फ्रीज कराया.
  • पुलिस ने मेरठ के लाल कुर्ती थाने में मामले को ट्रांसफर किया और आगे की कार्रवाई शुरू की.
  • वहीं दूसरी ओर इसी बीच सुनील पाल ने बेरोजगार अपहरणकर्ताओं से बातचीत कर उन्हें 7.5 लाख रुपये दिए.
  • इसके बाद पांचों ने मुंबई की टिकट के लिए और वापस जाने के लिए सुनील पाल को 20 हजार रुपये दिए.

पत्नी ने सांताक्रूज थाने में की थी रिपोर्ट

तब तक ये पता नहीं चल पाया था कि पॉल का अपहरण हुआ है. सांताक्रूज पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने साइबर क्राइम के तहत मामले की जांच करने का फैसला किया. उन्होंने सुनील पाल के दोस्तों से संपर्क किया और उस बैंक अकाउंट की डिटेल्स ली, जिसमें पैसे भेजे गए थे. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने बैंक से बात की और उस बैंक अकाउंट को फ्रीज करवा दिया. 

नौकरी मिलते ही पैसे लौटाने का किया था वादा

टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए सुनील पाल ने कहा, 'मुझे कुछ भी अजीब नहीं लगा. मैं पिछले सोमवार को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा था और वहां पर पिकअप के लिए एक कार भेजी गई थी. हालांकि, मेरठ पहुंचने के बाद चीजें एकदम बदल गईं. मेरठ पहुंचने पर उन्होंने मुझे दूसरी कार में जबरदस्ती ट्रांसफर किया. इसके बाद उन्होंने मुझे जहर देने की धमकी दी और मुझसे 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी. इसके बाद मैंने बातचीत करके उनके बताए दो अकाउंट में 7.5 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद उन्होंने मुझे मुंबई की फ्लाइट की टिकट बुक करने के लिए 20 हजार रुपये दिए और नौकरी मिलने पर फिरौती चुकाने का वादा किया'.

मुंबई से मेरठ के लाल कुर्ती थाने में ट्रांसफर किया गया मामला

शुक्रवार को मुंबई के सांताक्रूज पुलिस ने अपहरण और जबरन वसूली की एफआईआर दर्ज की थी और इसके बाद इसे यूपी के मेरठ के लाल कुर्ती थाने में ट्रांसफर किया गया था. सांताक्रूज पुलिस ने यूपी पुलिस को फ्रीज किए गए बैंक अकाउंट की जानकारी दी. यूपी पुलिस को पता चला कि बैंक अकाउंट मेरठ के एक ज्वैलर का है. 

ज्वैलर की दुकान से पुलिस को मिला सीसीटीवी फुटेज

जब पुलिस की टीम ज्वैलर की दुकान पर पहुंची तो उसने बताया कि उसकी दुकान पर दो लोग सोने के गहने खरीदने आए थे और उन्होंने कहा था कि पैसा उसके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा. इसके बाद पुलिस ने वहां लगे सीसीटीवी को देखा और फुटेज से दो लोगों की जानकारी प्राप्त की. 

ज्वैलर के बैंक अकाउंट को पुलिस ने कराया फ्रीज

पुलिस जांच कर रही है कि क्या वो दोनों लड़के सुनील पाल के अपहरण से संबंधित हैं. अक्षत ज्वैलर के मालिक अक्षत सिंघल ने बताया कि 'दो व्यक्ति हमारी दुकान पर आए और सुनील पाल के नाम का इस्तेमाल करके दो सोने के सिक्के और एक सोने की चेन खरीद कर गए. उन्होंने 2,25,500 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए जो वैध लग रहे ते और संदेह का कोई कारण नहीं लगा. सिंघल ने कहा, बुधवार को हमारे पास पुलिस का फोन आया लेकिन हमें नहीं लगा कि यह डिजिटल फ्रॉड का मामला है और फिर हमने किसी तरह की जानकारी शेयर नहीं की. इस वजह से हमारे बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया. स्थिति की गंभीरता को समझते हुए हमने तुरंत पुलिस में शिकायत की और खरीदारों की सीसीटीवी फुटेज उन्हें उपलब्ध कराई.'

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