
राजा और सोनम की शादी इंदौर में बड़े धूमधाम से हुई थी. 11 मई को सात फेरे लेने के बाद, 20 मई के दिन दोनों अपने हनीमून के लिए प्रकृति की गोद में बसे मेघालय पहुंचे. जहां से दोनों लापता हो गए फिर 2 जून के दिन राजा का शव गहरी खाई में मिला लेकिन तब भी सोनम का कुछ अता पता नहीं था. सोनम की गुमशुदगी ने मर्डर की इस गुत्थी को ऐसा उलझाया कि सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा था, ऊपर से उलटे मेघालय पुलिस पर ही सवाल उठने लगे. जब पुलिस के 20 स्पेशल अफसर और कुल 120 पुलिसकर्मी शामिल हत्या की पहेली का जवाब ढूंढने में माथापच्ची कर रहे थे. तब सोनम का मंगलसूत्र पुलिस के हाथ लगा, जिससे सारे सवालों का जवाब मिलता चला गया.

पुलिस की टीम दिमाग के घोड़े दौड़ा रही थी, हर वो बारिक से बारिक कड़ी जोड़ रहे थे, जिससे कोई ऐसी लीड मिले जिससे मर्डर मिस्ट्री के ओर-छोर का पता चल सका. जब ये केस लोगों के लिए भी अनसुलझी पहेली सा बनता जा रहा था, तब पुलिस के हाथ वो सुराग लगा. जिससे सोनम का पर्दाफाश हुआ. वो कहते हैं ना अपराधी कितना ही शातिर हो वो कोई ना कोई सुराग छोड़ ही देता है. कुछ ऐसे ही सुराग सोनम ने अपने पीछे छोड़ दिए और इन्हीं सबूतों ने सोनम को वो सच सामने ला दिया, जिसके बारे में सुनकर ही लोगों की रूह कांप गई.

पहला मोड़: बैग में छूट गया ‘मंगलसूत्र'
22 मई को क्या कुछ हुआ- राजा और सोनम, पूर्वी खासी हिल्स के सोहरा में पहुंचे थे. बिना बुकिंग के आए पति-पत्नी को जब रुकने की जगह नहीं मिली, तो उन्होंने बैग वहीं एक होमस्टे में छोड़ दिया और नोंग्रियात गांव की ओर 3,000 सीढ़ियों की चढ़ाई शुरू की. एक रोमांचक ट्रेक, लेकिन उसी सफर में छिपी थी मर्डर मिस्ट्री. जिसमें सोनम के अलावा चार ओर लोग शामिल थे. जब पुलिस ने लापता दंपति की जांच शुरू की, तो उस छोड़े गए बैग में एक मंगलसूत्र और अंगूठी मिली . जो किसी भी विवाहित महिला के लिए सिर्फ गहना नहीं, बल्कि विवाह का प्रतीक होता है.

मंगलसूत्र के साथ मिली अंगूठी
होटल नहीं मिला तो होम स्टे में रुके- डीजीपी नोंगरांग ने कहा, ‘‘हमने सोनम का मंगलसूत्र और अंगूठी उस सूटकेस से बरामद किया, जिसे सोहरा के एक ‘होमस्टे' में छोड़ दिया था. विवाहित महिला द्वारा इन आभूषणों को छोड़ने के कारण हमें इस मामले में उस पर संदिग्ध के रूप में नजर रखने के लिए एक सुराग मिला.'' मंगलसूत्र विवाहित हिंदू महिलाओं द्वारा गले में पहना जाने वाला एक आभूषण होता है, जिसे उनके पति के साथ उनके बंधन का प्रतीक माना जाता है. राजा और सोनम 22 मई को सोहरा के जिस ‘होमस्टे' में गए थे, वहां उन्होंने पहले से बुकिंग नहीं कराई थी, जिसके चलते उन्हें वहां कोई कमरा नहीं मिला.
सोनम ने होटल में क्यों छोड़ा मंगलसूत्र
जिस दिन हुई राजा की हत्या- दंपति को ‘डबल डेकर रूट ब्रिज' देखने के लिए नोंग्रियात गांव तक 3,000 से ज्यादा सीढ़ियां चढ़कर जाने में दिक्कत होती, इसलिए उन्होंने अपना सूटकेस ‘होमस्टे' में ही रखने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि दंपति का सूटकेस सोहरा के ‘होमस्टे' में ही था, लेकिन उन्होंने नोंग्रियात के एक ‘होमस्टे' में रात बिताई और 23 मई को वहां से निकले. वे वापस सोहरा आए, पार्किंग से अपना स्कूटर लिया और वेइसाडोंग वॉटरफॉल गए, जहां राजा की तीन हमलावरों ने उसकी पत्नी के सामने हत्या कर दी.

दूसरा मोड़: ट्रेक पर दिखाई दिए 3 हिंदी बोलते लोग
23 मई की के दिन क्या हुआ- जब दंपति नोंग्रियात से लौट रहे थे, एक गाइड ने उन्हें तीन हिंदी बोलने वाले अजनबियों के साथ देखा, शक गहराता गया...उसी दिन वे Weisawdong Falls की ओर स्कूटर पर रवाना हुए — और वहीं, सोनम के सामने ही तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स ने राजा की हत्या कर दी.
तीसरा मोड़: यूपी से सरेंडर और पूरा खुलासा
2 जून के दिन खाई में मिली राजा की लाश- राजा की लाश 2 जून को गहरी खाई में मिली. लेकिन सोनम तब तक गायब थी. ऐसे में शक की सुई सोनम पर गई.
9 जून के दिन आया मामले में नया मोड़- उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर में सोनम देर रात एक ढाबे पर पहुंची जहां से उसने अपने भाई को फोन लगायाा. तब उसे यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया. पुलिस को न सिर्फ उसका बॉयफ्रेंड राज कुशवाहा मिला, बल्कि तीनों कॉन्ट्रैक्ट किलर्स भी. उन्होंने कबूल किया कि यह हत्या सोनम और उसके प्रेमी की साजिश थी — हनीमून नहीं, मौत का ट्रैप रचा गया था.
10 जून के दिन क्या हुआ- सोनम को गिरफ्तार कर बिहार के फुलवारी पुलिस स्टेशन में रखा गया. इसके बाद उसे कोलकाता से गुवाहाटी और फिर शिलॉन्ग ले जाया गया.
11 जून को क्या कुछ हुआ- सोनम से एसआईटी टीम ने पूछताछ की और आखिरकार सोनम ने कबूल कर लिया कि उसने ही अपने पति को मरवाया है.

मंगलसूत्र बना चुप गवाह
इस पूरी मर्डर मिस्ट्री में सबसे चौंकाने वाली बात ये थी कि एक मंगलसूत्र – जिसे बहुत से लोग सिर्फ एक परंपरा मानते हैं. इस केस का सबसे पहला और सबसे अहम सुराग बन गया. एक गहने ने राज़ खोल दिया कि दुल्हन अब पत्नी नहीं रही, बल्कि कातिल बन चुकी थी. सोनम, राज और तीनों हत्यारों को पुलिस ने रिमांड पर लिया है. अब अदालत का फैसला तय करेगा कि "प्यार की कसमें खाकर मौत की साजिश रचने वालों को कब और कितनी सज़ा मिलती है?" कभी-कभी प्यार की तस्वीर के पीछे इतनी गहराई से धोखे की परतें छिपी होती हैं, जिसे केवल एक मंगलसूत्र भी उजागर कर सकता है.
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