- चुनाव आयोग ने TMC के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन को 5 नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के नाम देने के लिए पत्र भेजा
- टीएमसी ने आयोग के पत्र का जवाब देते हुए दस नेताओं के नामों वाली सूची भेजी जो आयोग की मांग से अधिक थी
- टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने आयोग पर निमंत्रण पत्र लीक करने और बातचीत का लाइव प्रसारण करने की चुनौती दी
SIR को लेकर चुनाव आयोग और टीएमसी आमने सामने हैं. आयोग ने पार्टी नेताओं को मिलने के लिए बुलाया तो उसपर भी राजनीति शुरू हो गई. आयोग ने पार्टी नेता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन को पत्र भेजकर मिलने के लिए बुलाया और उन्हें पार्टी के 5 नेताओं के नाम देने को कहा जिसमें प्रतिनिधिमंडल के नेतृत्वकर्ता के अलावा 4 अन्य नेताओं के नाम शामिल हों. आयोग ने लिखा कि राजनीतिक दलों के साथ सकारात्मक बातचीत के लिए आयोग सदैव तत्पर रहता है.
आयोग के इस पत्र के साथ ही इसपर राजनीति शुरू हो गई. पहले तो पार्टी के दूसरे सबसे अहम नेता अभिषेक बनर्जी ने आयोग पर हमला बोलते हुए कहा कि आयोग ने निमंत्रण का पत्र लीक कर दिया. बनर्जी ने चुनौती देते हुए कहा कि आयोग को टीएमसी नेताओं से मुलाक़ात और बातचीत का लाइव प्रसारण करना चाहिए. वहीं पार्टी सांसद सागरिका घोष ने भी आयोग से बातचीत का लाइव प्रसारण करने की मांग करते हुए आयोग से सार्वजनिक तौर पर सवालों का जवाब देने को कहा.
वहीं, पार्टी ने आयोग के निमंत्रण पत्र के जवाब में जो पत्र लिखा उससे भी आने वाले दिनों में बवाल होना तय है. पार्टी की ओर से राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने आयोग को प्रतिनिधिमंडल में शामिल होनेवाले नाम भेजे जिसमें 10 नेताओं के नाम शामिल हैं. हालांकि आयोग ने पार्टी की ओर से केवल 5 नाम देने को कहा था. साफ़ है इस मुद्दे पर खींचतान देखने को मिलेगी. अभी तक साफ़ नहीं है कि आयोग टीएमसी की ओर से दी गई सूची में शामिल नेताओं की संख्या से मुलाक़ात करने को तैयार होगा या नहीं.
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