डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा को लेकर शिवसेना ने सोमवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति की करीब 36 घंटे की भारत यात्रा से गरीब और मध्यम वर्गीय भारतीयों के जीवन पर रत्ती भर असर नहीं पड़ेगा. शिवसेना ने कहा कि ट्रंप ने भारत के लिए रवाना होने से पहले कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से व्यापार पर बातचीत करने जा रहे हैं जिससे साफ होता है कि उनकी यात्रा का उद्देश्य अमेरिकी व्यापार बढ़ाना है. शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय के अनुसार, "ट्रंप की यात्रा से भारत में गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों के जीवन पर रत्ती भर भी असर नहीं पड़ने वाला. तो उनकी यात्रा के गुणगान और उस पर उत्साहित होने का सवाल ही कहां उठता है."
ट्रंप के दौरे पर रहेगी बाजार की नजर, GDP डाटा का इंतजार
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ दल ने अपने संपादकीय में लिखा, "अगर ट्रंप की यात्रा को लेकर कहीं उत्सुकता है तो वह अहमदाबाद में हो सकती है, जहां वह सबसे पहले पहुंच रहे हैं." इसमें लिखा गया है कि ट्रंप के दौरे से ज्यादा इस बात की चर्चा हो रही है कि वह जिस सड़क से गुजरेंगे वहां झुग्गियों को छिपाने के लिए कैसे दीवार बनाई जा रही है. संपादकीय में लिखा है, "खबर है कि ट्रंप भारत में धार्मिक आजादी पर रोकटोक के मुद्दे पर भी बात कर सकते हैं. ये हमारे आंतरिक विषय हैं. यह देश लोकतांत्रिक तरीके से चुने गये लोगों से चलता है और उन्हें किसी बाहरी से इस पर मार्गदर्शन की जरूरत नहीं है."
'सामना' के अनुसार इसके बजाय ट्रंप को अहमदाबाद, आगरा और दिल्ली में पर्यटन का आनंद उठाना चाहिए. शिवसेना ने कहा कि जब ट्रंप अपने आगमन के करीब 36 घंटे बाद भारत से रवाना होंगे तो भारत की धरती पर उनकी यात्रा की कोई छाप नहीं रहेगी.
Video: ट्रंप के स्वागत के लिए तैयार भारत, सबसे पहले साबरमती आश्रम जाएंगे
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं