इंद्राणी मुखर्जी (फाइल फोटो)
मुंबई:
शीना बोरा हत्या मामले में तीनों आरोपियों की पुलिस हिरासत की सात सिंतबर तक बढ़ा दी गई है। इस हत्याकांड के तीन आरोपियों इंद्राणी मुखर्जी, संजीव खन्ना और श्याम राय को शनिवार दोपहर बांद्रा की अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें 7 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
शनिवार सुनवाई शुरू होते ही सरकारी वकील ने कहा कि आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि आरोपियों ने राज्य के कई हिस्सों का दौरा किया, इसलिए कड़ियां जोड़ना थोड़ा पेचीदा है। लेकिन सबसे अहम बात जो उन्होंने कही वह ये कि हत्याकांड के मकसद के बारे में पुलिस अभी तक पता नहीं लगा पाई है। ये भी साफ नहीं हो पाया है कि इंद्राणी मिखाइल की हत्या क्यों कराना चाहती थी।
सरकारी वकील ने ये भी कहा कि इस मामले में और भी आरोपी हो सकते है, पुलिस को शीना का मोबाइल भी जब्त करना है। अदालत को ये भी बताया गया कि मिखाइल की हत्या की योजना कोलकाता में बनाई गई थी। सरकारी वकील ने कहा कि मामले में हर दिन नई बातें सामने निकल कर आ रही हैं। हत्या को अंजाम देने के लिए तकनीक का भी ख़ास इस्तेमाल किया गया, स्कॉइप के जरिये आरोपियों में बातचीत हुई थी। पुलिस को ये भी पताना लगाना है कि अपने दर्जनों कॉर्ड से इंद्राणी ने किस किस को पैसे का भुगतान किया।
उधर इंद्राणी की वकील ने पुलिस कस्टडी का जमकर विरोध करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस इंद्राणी को प्रताड़ित कर रही है, मामले का मीडिया ट्रायल हो रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि पुलिस 200 घंटे से ज्यादा की पूछताछ कर चुकी है। अब पुलिस कस्टडी की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन अदालत में ये दलीलें नहीं टिकीं और कोर्ट ने तीनों आरोपियों को सोमवार तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
शनिवार सुनवाई शुरू होते ही सरकारी वकील ने कहा कि आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि आरोपियों ने राज्य के कई हिस्सों का दौरा किया, इसलिए कड़ियां जोड़ना थोड़ा पेचीदा है। लेकिन सबसे अहम बात जो उन्होंने कही वह ये कि हत्याकांड के मकसद के बारे में पुलिस अभी तक पता नहीं लगा पाई है। ये भी साफ नहीं हो पाया है कि इंद्राणी मिखाइल की हत्या क्यों कराना चाहती थी।
सरकारी वकील ने ये भी कहा कि इस मामले में और भी आरोपी हो सकते है, पुलिस को शीना का मोबाइल भी जब्त करना है। अदालत को ये भी बताया गया कि मिखाइल की हत्या की योजना कोलकाता में बनाई गई थी। सरकारी वकील ने कहा कि मामले में हर दिन नई बातें सामने निकल कर आ रही हैं। हत्या को अंजाम देने के लिए तकनीक का भी ख़ास इस्तेमाल किया गया, स्कॉइप के जरिये आरोपियों में बातचीत हुई थी। पुलिस को ये भी पताना लगाना है कि अपने दर्जनों कॉर्ड से इंद्राणी ने किस किस को पैसे का भुगतान किया।
उधर इंद्राणी की वकील ने पुलिस कस्टडी का जमकर विरोध करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस इंद्राणी को प्रताड़ित कर रही है, मामले का मीडिया ट्रायल हो रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि पुलिस 200 घंटे से ज्यादा की पूछताछ कर चुकी है। अब पुलिस कस्टडी की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन अदालत में ये दलीलें नहीं टिकीं और कोर्ट ने तीनों आरोपियों को सोमवार तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
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