विज्ञापन
This Article is From Sep 12, 2022

शरद पवार के सामने ही राष्ट्रीय अधिवेशन बीच में छोड़कर चले गए भतीजे, पार्टी में दरार की अटकलें

जब अजीत पवार सभा स्थल में दोबारा दाखिल हुए, तो पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने अपना समापन भाषण देना शुरू कर दिया था. लिहाजा, अजीत पवार को बोलने का कोई मौका नहीं मिल सका.

शरद पवार के सामने ही राष्ट्रीय अधिवेशन बीच में छोड़कर चले गए भतीजे, पार्टी में दरार की अटकलें
महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री और NCP सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे अजीत पवार.
नई दिल्ली:

महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे अजीत पवार रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन की बैठक को बीच में ही छोड़कर चले गए. पार्टी में शीर्ष नेताओं में से अजीत पवार ने यह कदम तब उठाया, जब शरद पवार वहीं मंच पर मौजूद थे.  ऐसा कर उन्होंने राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करने का मौका भी गंवा दिया. 

सम्मेलन में जैसे ही पार्टी नेता जयंत पाटिल को उनके सामने बोलने का मौका दिया गया, अजीत पवार कुछ ही क्षण बाद मंच से उठकर चले गए. उनके इस कदम से पार्टी में दरार की अफवाहें और अटकलें लगाई जा रही हैं.

हालांकि, बाद में महाराष्ट्र के इस नेता ने स्पष्ट किया कि उन्होंने बैठक में इसलिए नहीं बोला क्योंकि यह राष्ट्रीय स्तर की बैठक थी.

सम्मेलन में जब एनसीपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने मंच पर घोषणा की कि अजीत पवार शरद पवार की समापन टिप्पणी से पहले अपना संबोधन देंगे लेकिन पूर्व उपमुख्यमंत्री अपनी सीट से गायब नजर आए.

'दिल्ली के आगे नहीं झुकेंगे' : महंगाई, बेरोजगारी और किसान के बहाने शरद पवार का केंद्र सरकार पर निशाना

इसके बाद प्रफुल्ल पटेल ने घोषणा की कि अजीत पवार वॉशरूम से लौटकर आने के बाद अपना संबोधन देंगे. तभी महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री के समर्थन में कार्यकर्ता नारे लगाने लगे. इस बीच, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले को अजीत पवार को मंच पर लाने के  लिए समझाते हुए देखा गया. इसके कुछ देर बाद, जब अजीत पवार सभा स्थल में दाखिल हुए, तो पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने अपना समापन भाषण देना शुरू कर दिया था. लिहाजा, अजीत पवार को बोलने का कोई मौका नहीं मिल सका.

शरद पवार की पार्टी NCP का दिल्ली में दो दिवसीय अधिवेशन, चुनावों से पहले विपक्षी एकता का संदेश देने की कोशिश

2019 में, जब महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस अभी गठबंधन सरकार बनाने पर चर्चा कर ही रहे थे, तब अजीत पवार ने भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर  23 नवंबर, 2019 को तड़के एक समारोह में उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली थी. हालांकि, यह सरकार केवल 80 घंटे ही चल सकी थी.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com