मुंबई:
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने गुरुवार को कहा कि केन्द्रीय कृषिमंत्री शरद पवार की प्रधानमंत्री पद की महत्वाकांक्षा नहीं है और वह अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने टिप्पणी की थी कि पवार प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा पाले हुए हैं जबकि उनके भतीजे अजित पवार मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। उद्धव की इस टिप्पणी पर निशाना साधते हुए राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि उद्धव मुख्यधारा की राजनीति से दूर रहे हैं और इसलिए वह नहीं जानते कि पवार ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
मलिक ने कहा, ‘‘उद्धव ने कहा कि उनका इस तरह का (मुख्यमंत्री बनने का) कोई सपना नहीं है। आप इस तरह का सपना नहीं देख सकते क्योंकि आपकी पार्टी मजबूत नहीं है। अन्य की आलोचना करने से पहले अपने घर पर ध्यान दीजिए। आपकी पार्टी और घर सत्ता संघर्ष के कारण बंटा हुआ है।’’
उन्होंने कहा कि पवार साहब ने शिवसेना के दिवंगत प्रमुख (बाल ठाकरे) की तरह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से उनकी बेटी या भतीजे का ध्यान रखने के लिए नहीं कहा है जबकि उन्होंने (बाल ठाकरे) अपने समर्थकों से उनके बेटे और पोते का ध्यान रखने के लिए कहा था।
मलिक ने कहा कि राकांपा कार्यकर्ताओं की मांग के बावजूद पवार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने के अपने फैसले पर अटल हैं।
उन्होंने कहा कि राकांपा अपनी मजबूती जानती है। हमारे नेता केवल 22 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़कर प्रधानमंत्री की दौड़ में शामिल नहीं हो सकते।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने टिप्पणी की थी कि पवार प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा पाले हुए हैं जबकि उनके भतीजे अजित पवार मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। उद्धव की इस टिप्पणी पर निशाना साधते हुए राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि उद्धव मुख्यधारा की राजनीति से दूर रहे हैं और इसलिए वह नहीं जानते कि पवार ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
मलिक ने कहा, ‘‘उद्धव ने कहा कि उनका इस तरह का (मुख्यमंत्री बनने का) कोई सपना नहीं है। आप इस तरह का सपना नहीं देख सकते क्योंकि आपकी पार्टी मजबूत नहीं है। अन्य की आलोचना करने से पहले अपने घर पर ध्यान दीजिए। आपकी पार्टी और घर सत्ता संघर्ष के कारण बंटा हुआ है।’’
उन्होंने कहा कि पवार साहब ने शिवसेना के दिवंगत प्रमुख (बाल ठाकरे) की तरह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से उनकी बेटी या भतीजे का ध्यान रखने के लिए नहीं कहा है जबकि उन्होंने (बाल ठाकरे) अपने समर्थकों से उनके बेटे और पोते का ध्यान रखने के लिए कहा था।
मलिक ने कहा कि राकांपा कार्यकर्ताओं की मांग के बावजूद पवार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने के अपने फैसले पर अटल हैं।
उन्होंने कहा कि राकांपा अपनी मजबूती जानती है। हमारे नेता केवल 22 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़कर प्रधानमंत्री की दौड़ में शामिल नहीं हो सकते।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं