कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी के बेटे समीर द्विवेदी ने आज बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. हालांकि इस मामले में जनार्दन द्विवेदी ने कहा है कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है. अगर वह बीजेपी में शामिल हो रहे हैं तो यह उनका स्वतंत्र फैसला है. हालांकि अगर बात करें जनार्दन द्विवेदी की तो यूपीए सरकार के समय मुख्य रणनीतिकार थे और बड़े मुद्दों पर सरकार या पार्टी का पक्ष रखते थे. उनका बयान कांग्रेस का आधिकारिक बयान माना जाता था लेकिन बीते तीन-चार सालों से वह पूरी तरह से साइडलाइन चल रहे हैं. लेकिन बीच में उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के पक्ष में बयान देकर कांग्रेस के लिए परेशानी खड़ी कर दी थी.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और राज्य को दो केंद्र शासित क्षेत्रों में बांटने के केंद्र सरकार के कदम का समर्थन करते हुए अपनी पार्टी के रुख के से अलग राय रखी. उन्होंने कहा कि सरकार ने एक ‘‘ऐतिहासिक गलती'' सुधारी है. जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि यह राष्ट्रीय संतोष की बात है कि स्वतंत्रता के समय की गई गलती को सुधारा गया है. उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मुद्दा है. स्वतंत्रता के बाद कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नहीं चाहते थे कि अनुच्छेद 370 रहे. जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि मेरे राजनीतिक गुरु राम मनोहर लोहिया शुरू से ही अनुच्छेद 370 का विरोध करते थे. मेरे व्यक्तिगत विचार से तो यह एक राष्ट्रीय संतोष की बात है.
उनके इस बयान पर राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि जिन लोगों को जम्मू-कश्मीर का इतिहास और कांग्रेस का इतिहास पता नहीं है उनसे मुझे कोई लेना देना नहीं है. वे पहले जम्मू-कश्मीर और कांग्रेस का इतिहास पढ़ लें फिर कांग्रेस में रहें.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं