फिरोजाबाद की पुलिस लाइन में मेस में घटिया खाने का मुद्दा उठाने वाले सिपाही मनोज कुमार के मामले में एक नया ट्विस्ट आ गया है. सिपाही मनोज कुमार शर्मा ने आरोप लगाया है कि “मुझे आगरा ले जाकर मेडिकल कराना चाहते थे और फिर ये लोग मुझे पागल घोषित करना चाहते थे. मैं इसलिए पुलिस लाइन से घर चला आया.” मनोज कुमार का यह भी कहना है कि हमने कोरोना काल में जनता की हमेशा सेवा की और अगर हमें खाना ही अच्छा नहीं मिलेगा तो हम कैसे काम कर पाएंगे. उसने मुख्यमंत्री से एक बार फिर गुजारिश की कि पुलिस बल को उचित और अच्छा भोजन मुहैय्या कराया जाए.
खाने की गुणवत्ता सुधारने के बजाए फिरोजाबाद पुलिस आरक्षी मनोज कुमार को ही पागल ठहराने में जुटी है। अभ इनको लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है। उम्मीद है दंडात्मक कार्रवाई के बजाए समस्या को दूर करने पर ध्यान केंद्रित होगा। pic.twitter.com/NHw3cMaPJf
— Ravish Ranjan Shukla (@ravishranjanshu) August 17, 2022
आज सिपाही मनोज कुमार सीओ सिटी ऑफिस में बयान देकर अपने घर चला गया है. रास्ते में उसने मीडिया से बात की और यह आरोप लगाया कि मेडिकल टेस्ट के लिए उसे आगरा ले जाने की योजना है जहां उसे पागल घोषित कर दिया जाएगा. मनोज ने कहा,”मैंने सिर्फ खाने को लेकर आवाज उठाई थी. आज जब सिटी ऑफिस में मेरे बयान हुए तो वहां मुंशी ने मुझे उस की कॉपी तक नहीं दी.”
सिपाही मनोज कुमार ने बताया कि खराब खाने के मुद्दे को लेकर जो आवाज हमने उठाई थी उसीकी सजा मुझे दी जा रही है. उसने आरोप लगाया,”मुझे जबरदस्ती खींचा गया...मेरी वर्दी पकड़कर खींची गई.. मुझे कुछ जगहों पर चोट भी आई है.”
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