विज्ञापन
This Article is From Aug 01, 2015

याकूब की पत्नी के लिए राज्यसभा सीट मांगने वाले नेता को सपा ने सस्पेंड किया

याकूब की पत्नी के लिए राज्यसभा सीट मांगने वाले नेता को सपा ने सस्पेंड किया
सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की फाइल फोटो
लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने मुंबई धमाकों के सिलसिले में फांसी की सजा पाए याकूब मेमन की पत्नी को राज्यसभा भेजने का आग्रह कर एक विवाद खड़ा करने वाले पार्टी नेता मोहम्मद फारूक घोसी को सस्पेंड कर दिया।

सपा ने यह कार्रवाई तब की जब पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के उपाध्यक्ष घोसी ने पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को पत्र लिख कर मेमन की पत्नी राहीन को राज्यसभा के लिए पार्टी उम्मीदवार बनाने का आग्रह किया। इस पर कांग्रेस, भाजपा और शिवसेना ने तीखी प्रतिक्रिया की।

घोसी ने यादव को लिखे अपने एक पत्र में मेमन की पत्नी राहीन को 'बेसहारा' बताया और कहा, 'राहीन कई साल तक जेल में रही। उसने कितना झेला होगा... आज मैं राहीन को बेसहारा पाता हूं और देश में ऐसे ढेर सारे मुसलमान हैं जो खुद को बेसहारा पाते हैं और जिनके लिए हमें संघर्ष करना है। हमें राहीन को राज्यसभा सदस्य बनाना चाहिए और उसे कमजोर एवं बेसहारा लोगों की आवाज बनाना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'राहीन भी बहुत दिक्कतों से गुजरी। किसी आतंकवादी की पत्नी होना उसे आतंकवादी नहीं बना देता।'

इस बीच, सपा के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबु आसिम आजमी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष से विमर्श किए बिना अपनी मांग को ले कर मीडिया में जाने पर घोसी के खिलाफ कार्रवाई की गई। आजमी ने कहा, 'हमने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों पर निलंबित किया है। किसी को भी मीडिया के समक्ष बयान देने से पहले अपने पार्टी अध्यक्ष से विमर्श करना होता है। उनकी टिप्पणी दिखाती है कि उनकी रूचि सिर्फ सुखिर्यों में रहने की है। उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा और अपना रूख साफ करने के लिए कहा जाएगा।'

घोसी ने कहा कि उन्होंने बस वही लिखा जो उनके दिल में है और वह अपने पत्र के मजमून पर टिके हैं। उन्होंने कहा कि वह मुलायम सिंह से प्रेरणा लेते हैं, जो कहते हैं कि जो भी दिल में हो निडर हो कर कहा जाना चाहिए।

निलंबित सपा नेता ने कहा, 'अपने पत्र में मैने वही लिखा जो मैंने दिल में महसूस किया। मैंने मुलायम सिंहजी से कहा भी अगर मैंने अपने पत्र में कुछ गलत लिखा हो तो वह मुझे माफ कर दें। इन सब के बावजूद, अगर पार्टी महसूस करती है कि मैंने कुछ गलत किया है तो वह मुझे निलंबित करने के लिए आजाद हैं। लेकिन मैं अपने पत्र पर टिका हूं। अगर मुझे मौका दिया गया तो मैं निश्चित तौर पर नेतृत्व के समक्ष अपना पक्ष रखूंगा।'

इस बीच, शिवसेना ने घोसी के बयान को 'गैर जिम्मेदाराना प्रकृति' का करार देते हुए कहा कि मीडिया को इसे तूल नहीं देना चाहिए। पार्टी प्रवक्ता नीलम गोरहे ने कहा, 'मैं समझती हूं कि ऐसे लोग हैं जो राजनीतिक रूप से परिपक्व नहीं हैं, लेकिन किसी भी स्थिति का राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं। सपा ने घोसी को हटा दिया है, लेकिन उन्हें सोचना चाहिए कि कैसे उनकी पार्टी का कोई शख्स ऐसा बयान देता है जो उच्चतम न्यायालय के फैसले को चुनौती देता हो।'

वहीं कांग्रेस ने कहा कि मेमन को फांसी की सजा देने का फैसला सुप्रीम कोर्ट का है और इसलिए इसे राजनीतिक रंग नहीं दिया जाए। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा, 'यह उनका अपना आंतरिक पार्टीगत मामला है। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि उनका एजेंडा मुद्दे को सांप्रदायिक मोड़ देना है। मेमन को फांसी देने का फैसला सुप्रीम कोर्ट ने किया और इस लिए अब मामले को राजनीतिक रंग नहीं दिया जाए।'

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com