- रूसी राष्ट्रपति पुतिन की दुनिया में माचोमैन वाली इमेज है. उनकी जिंदगी काफी रहस्यमय रही है
- विदेश यात्रा के दौरान उनका मल-मूत्र तक सील करके सुरक्षित रखा जाता है और रूस भेजा जाता है
- पुतिन के पास 22 डिब्बों वाली अपनी एक अभेद्य ‘घोस्ट ट्रेन' भी है, जो किसी चलते-फिरते किले से कम नहीं
कद्दावर कद-काठी, मुस्कुराता मगर सख्त चेहरा, चलने का अलग स्टाइल... रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दुनिया में माचोमैन वाली इमेज है. उनकी जिंदगी काफी रहस्यमय रही है. उनके कई राज कभी सामने नहीं आते. हालांकि मीडिया में छन-छनकर कई खबरें आती हैं, जो उनकी शाही लाइफस्टाइल की झलक दिखाती हैं. आइए बताते हैं ऐसी ही 10 बातें जो पुतिन को खास बनाती हैं.
22 डिब्बों वाली 'घोस्ट' ट्रेन
पुतिन के पास 22 डिब्बों वाली अपनी एक अभेद्य ‘घोस्ट ट्रेन' भी है, जो किसी चलते-फिरते किले से कम नहीं. यह ट्रेन पूरी तरह बख्तरबंद है. इसके दरवाजे-खिड़कियां बुलेटप्रूफ हैं. इसमें कई आलीशान बेडरूम, डाइनिंग रूम और मूवी थिएटर के साथ-साथ जिम और एंटी-एजिंग मशीनों वाला मसाज पार्लर भी मौजूद है. दावा किया जाता है कि जीवन रक्षक उपकरणों से लैस इस ट्रेन को बनाने में करीब 74 मिलियन डॉलर खर्च हुए हैं.
मल-मूत्र वाला सूटकेस
रिपोर्ट्स बताती हैं कि पुतिन जब विदेश यात्रा करते हैं, तो उनका मल-मूत्र उनकी सुरक्षा टीम द्वारा एक सूटकेस में जमा किया जाता है, उसे सील किया जाता है और वापस रूस भेज दिया जाता है. दरअसल पुतिन अपनी सेहत के राज को किसी कीमत पर बाहर नहीं आने देते, इसलिए अपने मल-मूत्र को भी सुरक्षित रखते हैं. कहा जाता है कि उनके बॉडीगार्ड निजी क्षणों के दौरान भी उनके साथ रहते हैं, जिसमें बाथरूम जाना भी शामिल है.
कार है चलता-फिरता किला
रूस के राष्ट्रपति पुतिन दुनिया के उन नेताओं में हैं, जो सबसे कड़ी सुरक्षा में रहते हैं. वह जिस भी देश में जाते हैं, उनकी पर्सनल बख्तरबंद कार भी साथ जाती है. उनकी लिमोजिन कार का नाम ऑरस सेनात है. ये एक रूसी लक्जरी सेडान है, जिसे खास तरह से डिजाइन किया गया है. इसे चार पहियों पर चलने वाला किला भी कहा जाता है. इसके बारे में कहते हैं कि बम-गोली तो छोड़िए, उस पर किसी मिसाइल का भी असर नहीं हो सकता. केमिकल अटैक से निपटने का भी उसमें इंतजाम रहता है. पानी में गिरने पर भी नहीं डूबती, बल्कि सबमरीन की तरह काम करने लगेगी. टायर ब्लास्ट होने पर भी कार रुकती नहीं है.
पुतिन के बॉडी डबल्स
रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि पुतिन कभी-कभी बॉडी डबल्स यानी नकली पुतिन का इस्तेमाल करते हैं, खासकर सार्वजनिक कार्यक्रमों या उच्च जोखिम वाली स्थितियों में. यूक्रेन के सैन्य प्रमुख मेजर जनरल किरिल बुडानोव ने दावा किया था कि पुतिन कम से कम तीन बॉडी डबल्स का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें से कुछ ने उनके जैसा दिखने के लिए प्लास्टिक सर्जरी करवाई है. हालांकि पुतिन और उनका प्रशासन इससे इनकार करता है.
मार्शल आर्ट में माहिर
पुतिन मार्शल आर्ट में माहिर हैं. रूस की जासूस रहने के दौरान उन्होंने कड़ी ट्रेनिंग ली है. हालांकि उन्होंने 11 साल की उम्र में ही जूडो और 12 की उम्र में सैम्बो की ट्रेनिंग शुरू कर दी थी. 2000 में उन्हें जापानी जूडो एसोसिएशन ने 8वीं डैन ब्लैक बेल्ट से सम्मानित किया था. यह रैंक हासिल करने वाले पुतिन पहले रूसी थे.
खाना टेस्ट करने को पर्सनल लैब
पुतिन बिना टेस्ट किए हुए कोई भी चीज नहीं खाते. दावा किया जाता है कि वह खाने में जहर का पता लगाने के लिए पर्सनल लैब भी साथ लेकर चलते हैं. वह जिस होटल में ठहरते हैं, वहां उनकी अपनी शेफ और हाउसकीपिंग टीम काम करती है. एक एडवांस सिक्योरिटी टीम एक महीने पहले ही होटल का निरीक्षण करती है और वहां से सभी भोजन और अन्य वस्तुओं को हटा देती है. उनके शेफ भी ट्रेंड सैनिक होते हैं.
मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते
दावा किया जाता है कि रूसी राष्ट्रपति मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते. मॉस्को में क्रेमलिन में भी मोबाइल पर बैन है. बातचीत के लिए खास तरह के इन्क्रिप्टेड डिवाइस का इस्तेमाल किया जाता है, जो इंटरनेट से कनेक्ट नहीं होते. वह जिस देश में जाते हैं, उनके लिए वहां अलग से स्पेशल टेलीफोन बूथ और सिक्योर संचार लाइनें तैयार की जाती हैं.
काफिले में दर्जनों प्लेन और 700 कारें
राष्ट्रपति पुतिन के बेड़े में बताया जाता है कि 58 विमानों और हेलीकॉप्टरों का बड़ा बेड़ा है. अमेरिकी एयरफोर्स वन की तरह उनका एक विशाल प्लेन है, जिसे द फ्लाइंग क्रेमलिन कहा जाता है. इसमें रूस के बड़े नेताओं की कैबिनेट मीटिंग से लेकर बेडरूम जैसी सारी शाही सुविधाएं हैं. दावा किया जाता है कि प्रेसिडेंट के काफिले में करीब 700 कारें हैं. हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
‘चाणक्य सूट' में ठहरेंगे पुतिन
रूसी राष्ट्रपति पुतिन दिल्ली में ITC मौर्या होटल में ठहरेंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह ITC मौर्या के सबसे लक्जरी और स्पेशल ‘चाणक्य सूट' में रुकेंगे. करीब 4,600 स्क्वायर फीट में फैले इस सूट में एक रात ठहरने का किराया करीब 8–10 लाख रुपये बताया जाता है. चाणक्य सूट की खासियत इसकी रॉयल और बेहद आरामदायक सुविधाएं हैं. इसमें एक बड़ा मास्टर बेडरूम है, जिसके साथ वॉक-इन क्लोसेट भी दिया गया है. सूट में प्राइवेट स्टीम रूम और सॉना मौजूद है. पूरी तरह फर्निस्ड जिम भी है. इसके अलावा बड़ा रेसेप्शन एरिया, आरामदायक लिविंग स्पेस और 12-सीटर का डाइनिंग रूम इसे और खास बनाते हैं. सूट में अलग से गेस्ट रूम, स्टडी और ऑफिस स्पेस भी दिया गया है.
सुरक्षा के लिए 5 स्तरीय इंतजाम
पुतिन दिल्ली में 5 लेयर की सिक्योरिटी रिंग में रहेंगे. रूसी एलीट कमांडो और पुलिस की घेराबंदी में चलेंगे. पुतिन जहां-जहां जाएंगे, रास्तों को पहले ही जांच पड़ताल करके सुरक्षित किया जाएगा. हर चेकपॉइंट पर फेस रिकॉग्निशन सिस्टम लगा होगा. रास्ते में जगह-जगह स्नाइपर तैनात रहेंगे. ड्रोन से सर्विलांस की जाएगी. इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को जाम करने के लिए जैमर का भी इस्तेमाल होगा.
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