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This Article is From Jun 14, 2024

संघ प्रमुख मोहन भागवत का बयान सरकार पर टिप्पणी नहीं थी : RSS

मोहन भागवत ने लोकसभा चुनावों में प्रचार के तरीकों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, "चुनाव में एक दूसरे को लताड़ना, टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल और झूठ प्रसारित करना सही बात नहीं है. ये अनुचित आचरण है. क्योंकि चुनाव सहमति बनाने की प्रक्रिया है."

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ शनिवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की मुलाकात होनी है.

नागपुर:

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के चीफ मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने सोमवार को हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों, राजनीति और राजनीतिक दलों के रवैये पर अपनी राय रखी थी. विपक्ष की तरफ से भागवत के बयानों के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे थे. लेकिन अब RSS ने साफ कर दिया है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान सरकार पर टिप्पणी नहीं थी. इसका अलग मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. 

नागपुर में संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकसभा चुनावों, सेवाभाव, मानवता और अन्य मुद्दों पर अपनी राय रखी थी. RSS की ओर से कहा गया कि संघ प्रमुख के भाषण का 3 मिनट का एडिटेड हिस्सा चलाया गया. जिसमें ये कहा गया कि जो सेवक होते हैं, उनमें अहंकार नहीं होना चाहिए. अहंकार बात को ही सरकार से जोड़ दिया गया. RSS ने इसी बयान को गलत बताया है. RSS ने साफ किया कि मोहन भागवत की टिप्पणी किसी व्यक्ति विशेष या सरकार पर नहीं थी. 

संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग के समापन कार्यक्रम में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था, "काम करते सब लोग हैं, लेकिन काम करते समय मर्यादा का पालन करना चाहिए. मर्यादा ही अपना धर्म और संस्कृति है. उस मर्यादा का पालन करके जो चलता है, वो कर्म करता है. लेकिन कर्मों में लिप्त नहीं होता. उसमें अहंकार नहीं आता कि मैंने किया है.. वो ही सेवक कहलाने का अधिकारी रहता है."

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चुनावों में  झूठ प्रसारित करना सही बात नहीं
मोहन भागवत ने लोकसभा चुनावों में प्रचार के तरीकों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, "चुनाव में एक दूसरे को लताड़ना, टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल और झूठ प्रसारित करना सही बात नहीं है. ये अनुचित आचरण है. क्योंकि चुनाव सहमति बनाने की प्रक्रिया है." 

मोहन भागवत ने कहा था, "इस देश के लोग भाई-भाई हैं, इस बात को हमें अपने विचारों और अपने कामों में लाना होगा." भागवत ने संसद में सरकार के विरोधियों को प्रतिपक्ष कहने की अपील की थी.

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समाज में एकता चाहिए
मोहन भागवत ने कहा, "समाज में एकता चाहिए, लेकिन अन्याय होता रहा है. इसलिए आपस में दूरी है. मन में अविश्वास है, हजारों वर्षों का काम होने के कारण चिढ़ भी है. हम सब एक हैं. सबके मत सही हैं. सब समान है, तो फिर अपने मत पर ही रहना ठीक है. दूसरों के मत का भी उतना ही सम्मान करना चाहिए."


योगी-भागवत की होनी है मुलाकात
इस बीच संघ प्रमुख मोहन भागवत और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की शनिवार को मुलाकात होनी है. संघ प्रमुख फिलहाल संघ शिक्षा वर्ग की बैठक के सिलसिले में गोरखपुर में हैं, जो योगी का गृह क्षेत्र भी है. 
 

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