मुंबई:
शिर्डी के साईं दरबार में एक बड़ी अनहोनी हो सकती थी। भक्तों को खिलाने के लिए रखा गया कच्चा चावल सड़ा हुआ पाया गया। उसमें कीड़े लग गए हैं। सांई संस्थान से यह जानकारी मिलते ही उस चावल के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है और भंडार घर से जुड़े तीन कर्मियों को कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
शिर्डी में आने वाले भक्तों को सस्ती दर में अच्छा भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रसादालय बनाए गए हैं। जहां प्रतिदिन तकरीबन 40 हजार भक्त प्रसाद रूपी भोजन ग्रहण करते हैं। पिछले कुछ दिनों से भात में खराबी की शिकायत मिल रही थी। जब जांच हुई तो पता चला कि चावल सड़ चुका है।
संस्थान के कार्यकारी अधिकारी राजेंद्र जाधव के मुताबिक, यह नियम है कि भंडारण की व्यवस्था के अनुपात में और जितना जरूरी है उतना ही अर्थात तीन महीने का अन्न ही खरीदा जाए, लेकिन जांच में पाया गया कि पिछले छह महीने से चावल खरीदा ही नहीं गया है।
मतलब भंडार प्रमुख ने एक साथ ही जरूरत से कहीं ज्यादा चावल खरीद कर रखवा लिया था, जिसे रखने की सही व्यवस्था न हो पाने की वजह से उसमें कीड़े लग गए। सड़े हुए चावल की कीमत तकरीबन 50 लाख रुपये के करीब है। अगले आदेश तक के लिए चावल के गोदाम को सील कर दिया गया है और इस बात की जांच की जा रही है कि यह लापरवाही भर है या इतने बड़े पैमाने पर खरीदी में भ्रष्टाचार तो नहीं किया गया है?
शिर्डी में आने वाले भक्तों को सस्ती दर में अच्छा भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रसादालय बनाए गए हैं। जहां प्रतिदिन तकरीबन 40 हजार भक्त प्रसाद रूपी भोजन ग्रहण करते हैं। पिछले कुछ दिनों से भात में खराबी की शिकायत मिल रही थी। जब जांच हुई तो पता चला कि चावल सड़ चुका है।
संस्थान के कार्यकारी अधिकारी राजेंद्र जाधव के मुताबिक, यह नियम है कि भंडारण की व्यवस्था के अनुपात में और जितना जरूरी है उतना ही अर्थात तीन महीने का अन्न ही खरीदा जाए, लेकिन जांच में पाया गया कि पिछले छह महीने से चावल खरीदा ही नहीं गया है।
मतलब भंडार प्रमुख ने एक साथ ही जरूरत से कहीं ज्यादा चावल खरीद कर रखवा लिया था, जिसे रखने की सही व्यवस्था न हो पाने की वजह से उसमें कीड़े लग गए। सड़े हुए चावल की कीमत तकरीबन 50 लाख रुपये के करीब है। अगले आदेश तक के लिए चावल के गोदाम को सील कर दिया गया है और इस बात की जांच की जा रही है कि यह लापरवाही भर है या इतने बड़े पैमाने पर खरीदी में भ्रष्टाचार तो नहीं किया गया है?
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