नई दिल्ली:
वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर एक रिटायर्ड सैनिक ने कथित तौर पर ज़हर खाकर की आत्महत्या कर ली है. वे अपने साथियों के साथ जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे. परिजनों के मुताबिक, मंगलवार दोपहर रामकिशन ग्रेवाल अपने साथियों के साथ रक्षामंत्री से मिलने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने ज़हर खा लिया.
परिजनों के मुताबिक, जो ज्ञापन उनके पिता अपनी मांगों को लेकर रक्षामंत्री को देने जा रहे थे उसी पर उन्होंने सुसाइड नोट लिखकर जहर खा लिया.
रामकिशन के छोटे बेटे के मुताबिक, उसके पिता ने खुद इस बात की सूचना फोन करके उसे दी. ज़हर खाने के बाद रामकिशन को राम मनोहर लोहिया अस्पताल भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान मंगलवार देर रात रामकिशन की मौत हो गई.
रामकिशन ने मरने से पहले एक नोट भी लिखा, जिसमे उन्होंने लिखा :-
मैं मेरे देश के लिए, मेरी मातृभूमि के लिए और मेरे देश के वीर जवानों के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने जा रहा हूं.
इस मामले में डीसीपी नई दिल्ली जतिन नरवाल का कहना है कि रामकिशन ने ज़हर खाया था. उनके ग्रुप में तीन लोग थे हालांकि जो लोग ओआरओपी को लेकर जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी. रामकिशन के पास जो नोट मिला है उसके कंटेंट को वेरीफाई किया जा रहा है.
परिजनों के मुताबिक, जो ज्ञापन उनके पिता अपनी मांगों को लेकर रक्षामंत्री को देने जा रहे थे उसी पर उन्होंने सुसाइड नोट लिखकर जहर खा लिया.
रामकिशन के छोटे बेटे के मुताबिक, उसके पिता ने खुद इस बात की सूचना फोन करके उसे दी. ज़हर खाने के बाद रामकिशन को राम मनोहर लोहिया अस्पताल भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान मंगलवार देर रात रामकिशन की मौत हो गई.
रामकिशन ने मरने से पहले एक नोट भी लिखा, जिसमे उन्होंने लिखा :-
मैं मेरे देश के लिए, मेरी मातृभूमि के लिए और मेरे देश के वीर जवानों के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने जा रहा हूं.
इस मामले में डीसीपी नई दिल्ली जतिन नरवाल का कहना है कि रामकिशन ने ज़हर खाया था. उनके ग्रुप में तीन लोग थे हालांकि जो लोग ओआरओपी को लेकर जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी. रामकिशन के पास जो नोट मिला है उसके कंटेंट को वेरीफाई किया जा रहा है.
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