चक्रवात बिपरजॉय की वजह से गुजरात के कई इलाकों में भारी बारिश के चलते जलभराव हो गया. जिसके बाद एनडीआरएफ की एक टीम ने गुजरात जिले के एक स्कूल से 127 लोगों को सुरक्षित निकाला. साइट के वीडियो में एनडीआरएफ कर्मी बच्चों को बारिश से बचाने के लिए कपड़ों में लपेटकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाने के लिए पानी से गुजरते हुए नजर आए. इस दौरान एनडीआरएफ टीम के सदस्य ने बच्चों को सीमेंट की खाली थैली से ढक भी रखा है.
देवभूमि द्वारका जिले के रूपन बंदर स्कूल में तट के करीब के क्षेत्रों के लोगों को आश्रय दिया गया था, लेकिन जब इसके आसपास के क्षेत्र में जलभराव होने लगा, तो उन्हें पास के दूसरे स्कूल में भेजने का निर्णय लिया गया. एक वीडियो में, एनडीआरएफ का एक जवान बच्चे को बारिश से बचाने के लिए एक खाली सीमेंट की थैली में लपेटकर उसे स्कूल से बाहर ले जाते हुए देखा जा सकता है.
बचावकर्मी घुटनों तक आ रहे पानी में चलकर बच्चे को उसके परिवार के एक सदस्य को सौंप देता है, जो वहां खड़ा बच्चे का इंतजार कर रहा होता है जहां पानी का स्तर कम होता है. वीडियो में एनडीआरएफ कर्मियों को जलभराव वाले क्षेत्र में मदद करने के लिए बड़े बच्चों का हाथ पकड़े हुए भी दिखाया गया है. वे स्कूल में शरण लिए परिवारों का सामान उठाते भी नजर आ रहे हैं. कुल 82 पुरुषों, 27 महिलाओं, 15 बच्चों और तीन नर्सिंग स्टाफ को स्कूल से बाहर निकाला गया.
चक्रवात बिपरजॉय ने कल शाम गुजरात में जखाऊ बंदरगाह के पास 125 किमी प्रति घंटे और 140 किमी प्रति घंटे के बीच हवा की गति के साथ लैंडफॉल बनाया. भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण गुजरात में विभिन्न स्थानों पर 524 से अधिक पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए, जिससे लगभग 1,000 गांवों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई. चक्रवात लैंडफॉल करने के कई घंटे बाद कमजोर पड़ने लगा और आज शाम एक गहरे दबाव में और कमजोर होने की उम्मीद है.
एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा है कि चक्रवात बिपरजॉय के गुजरात में दस्तक देने के बाद किसी की मौत नहीं हुई है.
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