समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने आजमगढ़ और रामपुर संसदीय सीटों पर लोकसभा उपचुनाव की पूर्व संध्या पर “कहर” बरपा दिया है. खान के अनुसार, यूपी पुलिस ने लोकसभा उपचुनाव की पूर्व संध्या पर रामपुर में सपा के लोकसभा उम्मीदवार के साथ "अभद्र" व्यवहार किया. आज़म खान ने कहा,"मैं पूरी रात जागता रहा. हमारे लोकसभा उम्मीदवार गंज पुलिस स्टेशन, कोतवाली पुलिस स्टेशन और सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन (रामपुर में) गए. सबसे अभद्र व्यवहार गंज थाने में निरीक्षक द्वारा किया गया था. वह काफी उत्तेजित था. यदि मतदान प्रतिशत गिरता है तो दोष प्रशासन का होगा."
आज़म खान ने कहा,"अगर मतदान प्रतिशत गिरता है, तो दोष सरकार पर भी है. उन्होंने रात भर कहर बरपाया है. सायरन बजाते जीप शहर (रामपुर) में हर जगह थे; वे लोगों को थाने ले जाते और फिर उन्हें पीटते थे. मैंने कुछ धन हस्तांतरण के बारे में भी सुना है. यह शर्मनाक है."
#WATCH हमसे बड़ा अपराधी कौन है? तो हमारे साथ जो चाहे करे। मुर्गी, बकरी, भैंस, पुस्तक और फर्नीचर के आरोपी है तो हमारे शहर को भी वैसा मना गया है, तो जो चाहे करे..हमें तो सहना है रहना है: लोकसभा उपचुनाव की रात पुलिस की हिंसा के बाद आजम खान,सपा नेता,रामपुर,यूपी pic.twitter.com/rZuW7UFQqP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2022
"मैं एक क्रिमिनल हूं, मैं मानता हूँ..... इसलिए मेरे शहर को भी ऐसा ही माना गया है. वे जो चाहें कर सकते हैं, हमें सहना होगा. अगर मुझे रहना है, तो मुझे सहना होगा,"खान ने कहा. गौरतलब है कि आज़म खान फिलहाल कई आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं.
आजमगढ़ उपचुनाव सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस्तीफे के कारण हो रहा है. इस साल की शुरुआत में हुए चुनावों में उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए अखिलेश यादव विधायक चुने गए थे.
इसी तरह आजम खान ने भी राज्य विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद अपनी रामपुर लोकसभा सीट खाली कर दी थी.
अखिलेश यादव को करहल विधानसभा सीट से विधायक के रूप में चुना गया था, जबकि आजम खान राज्य के रामपुर सदर निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे.
2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था.