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This Article is From Nov 05, 2022

"गुजरात मॉडल छोड़िए, राजस्थान मॉडल अपनाइए" : 3 दिन पहले ही तारीफ करने वाले PM मोदी को अशोक गहलोत की नसीहत

सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से राजस्थान सरकार की विभिन्न सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं का अध्ययन कर उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने का आग्रह किया है.

"गुजरात मॉडल छोड़िए, राजस्थान मॉडल अपनाइए" :  3 दिन पहले ही तारीफ करने वाले PM मोदी को अशोक गहलोत की नसीहत
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि देश को गुजरात मॉडल को दरकिनार कर राजस्थान मॉडल अपनाना चाहिए. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने शुक्रवार को कहा कि विकास के गुजरात मॉडल को दरकिनार कर राजस्थान के मॉडल को देश भर में अपनाया जाना चाहिए. कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से राजस्थान सरकार की विभिन्न सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं का अध्ययन करने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने का भी आग्रह किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन दिन पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की तारीख की थी. पीएम ने गहलोत को अपने साथ के सीएम कार्यकाल में सबसे अनुभवी और सीनियर सीएम बताया था. इसके बाद गहलोत ने शुक्रवार को पीएम मोदी को यह सलाह दी है.    

सीएम गहलोत ने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) और अनुप्रति योजना को देशभर में लागू करने के लिए कहा. मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य सरकार ने लोगों के लिए सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं पर ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं. हमने ओपीएस लागू किया है, जबकि इसे अब तक किसी भी भाजपा शासित राज्य में लागू नहीं किया गया है.” उन्होंने कहा कि भाजपा ने केवल पेंशन योजना की घोषणा की है लेकिन इसे लागू नहीं किया है, जबकि राजस्थान में लोगों ने इसका लाभ उठाना शुरू कर दिया है. अनुप्रति योजना के तहत, राज्य सरकार 200 विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजेगी जो मानवीय दृष्टिकोण को दर्शाता है.

गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार को राजस्थान सरकार को प्रोत्साहित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित राजस्थान सरकार का दृष्टिकोण सकारात्मक है, क्योंकि वह दूसरों के अच्छे कामों को अपनाती है, जबकि भाजपा अहंकारी है, क्योंकि वह ऐसा नहीं करती है. गुजरात चुनावों पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पड़ोसी राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों में जीतेगी क्योंकि भाजपा सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है और इसी वजह से प्रधानमंत्री को लगातार गुजरात के दौरे करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

बता दें कि गुजरात में दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को मतदान होगा. गहलोत ने राजस्थान में सत्ता विरोधी किसी भी तरह की लहर से साफ तौर पर इनकार करते हुए कहा कि पार्टी के भीतर एक विवाद है जो देश में हर पार्टी में होता है. उन्होंने कहा, “अगर हमने राज्य में कुछ अच्छा किया है तो जनता को फिर से कांग्रेस को सत्ता में लाना चाहिए ताकि हम विकास करने के लिए बेहतर वित्तीय प्रबंधन के साथ प्रदर्शन कर सकें.”

आम आदमी पार्टी (आप) पर उन्होंने कहा कि उन्हें उनकी चिंता नहीं है, क्योंकि वे झूठे हैं, अपनी योजनाओं के प्रचार के लिए मीडिया में विज्ञापन देने के लिए बहुत पैसा खर्च कर रहे हैं. गहलोत ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी को देश को मूर्ख नहीं बनाना चाहिए और पहले दिल्ली और पंजाब की अपनी सरकारों को देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि पंजाब में ‘आप' सरकार की हालत सत्ता में आने के छह महीने बाद ही खराब हो गई है. गहलोत ने कहा कि कांग्रेस 2023 में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव अपने पिछले प्रदर्शन के आधार पर लड़ेगी.

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