बॉलीवुड एक्टर सलमान और आमिर खान के साथ राज ठाकरे (फाइल फोटो)
मुंबई.:
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर लगाए गए प्रतिबंध का विरोध करने के लिए अभिनेता सलमान खान की आलोचना करते हुए कहा कि फिल्म कलाकार नहीं बल्कि हमारी सीमाओं की रक्षा कर रहे सैनिक असली गोलियां का सामना करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘हमारे सैनिकों की पाकिस्तानी सैनिकों से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है. हमारे सैनिक जिन गोलियों का सामना करते हैं वे फिल्मी नहीं होती. सलमान गोली लगने के बाद उठ खड़े होते हैं.’ ठाकरे ने कहा, ‘मैंने देखा है कि उनकी (सलमान का) ट्यूबलाइट बार-बार जलती-बुझती रहती है.’ मनसे प्रमुख ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं भी एक कलाकार हूं और कलाकार आसमान से नहीं उतरते. पाकिस्तानी कलाकारों ने उरी हमलों की निंदा करने से मना कर दिया. हमारे कलाकार क्यों उनके लिए बोल रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि अगर गुलाम अली का कोई कार्यक्रम सुनने के लिए भारतीय सैनिक अपने हथियार एक किनारे डाल दे तो सोचिए क्या होगा.
ठाकरे ने कहा, ‘तब क्या होगा. क्या सैनिक हमारे नौकर हैं? वे हमारी रक्षा कर रहे हैं.’ पाकिस्तानी कलाकार आतंकवादी नहीं है, इसलिए उन पर प्रतिबंध लगाने का कोई औचित्य नहीं है. ठाकरे ने इस दलील को मानने से इनकार करते हुए कहा, ‘अगर वे लोग भले हैं, तो इससे मेरा क्या लेना देना. मुझे बस वे आतंकवादी दिख रहे हैं जो हमारे लोगों को मारने आते हैं.’
राज ठाकरे ने कहा कि फिल्म उद्योग को बस अपनी फिल्मों से मतलब है.उन्होंने कहा, ‘लेकिन धोनी पर बनी फिल्म पर पाकिस्तान में प्रतिबंध लगा दिया गया है. क्या भारत में प्रतिभा की कमी है कि हम पड़ोसी देश के कलाकारों को लें.’ दिलचस्प बात है कि राज और सलमान के बीच अच्छे संबंध हैं एवं वह गणपति उत्सव के दौरान हमेशा अभिनेता के घर जाते हैं. सलमान ने कल कहा था कि पाकिस्तान के कलाकारों को आतंकवादियों की तरह नहीं देखा जाना चाहिए और कला एवं आतंकवाद का घालमेल नहीं करना चाहिए. उरी हमले के बाद इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने पाकिस्तान के कलाकारों पर प्रतिबंध लगने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है. उरी हमले में 19 सैनिक मारे गए थे
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, ‘हमारे सैनिकों की पाकिस्तानी सैनिकों से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है. हमारे सैनिक जिन गोलियों का सामना करते हैं वे फिल्मी नहीं होती. सलमान गोली लगने के बाद उठ खड़े होते हैं.’ ठाकरे ने कहा, ‘मैंने देखा है कि उनकी (सलमान का) ट्यूबलाइट बार-बार जलती-बुझती रहती है.’ मनसे प्रमुख ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं भी एक कलाकार हूं और कलाकार आसमान से नहीं उतरते. पाकिस्तानी कलाकारों ने उरी हमलों की निंदा करने से मना कर दिया. हमारे कलाकार क्यों उनके लिए बोल रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि अगर गुलाम अली का कोई कार्यक्रम सुनने के लिए भारतीय सैनिक अपने हथियार एक किनारे डाल दे तो सोचिए क्या होगा.
ठाकरे ने कहा, ‘तब क्या होगा. क्या सैनिक हमारे नौकर हैं? वे हमारी रक्षा कर रहे हैं.’ पाकिस्तानी कलाकार आतंकवादी नहीं है, इसलिए उन पर प्रतिबंध लगाने का कोई औचित्य नहीं है. ठाकरे ने इस दलील को मानने से इनकार करते हुए कहा, ‘अगर वे लोग भले हैं, तो इससे मेरा क्या लेना देना. मुझे बस वे आतंकवादी दिख रहे हैं जो हमारे लोगों को मारने आते हैं.’
राज ठाकरे ने कहा कि फिल्म उद्योग को बस अपनी फिल्मों से मतलब है.उन्होंने कहा, ‘लेकिन धोनी पर बनी फिल्म पर पाकिस्तान में प्रतिबंध लगा दिया गया है. क्या भारत में प्रतिभा की कमी है कि हम पड़ोसी देश के कलाकारों को लें.’ दिलचस्प बात है कि राज और सलमान के बीच अच्छे संबंध हैं एवं वह गणपति उत्सव के दौरान हमेशा अभिनेता के घर जाते हैं. सलमान ने कल कहा था कि पाकिस्तान के कलाकारों को आतंकवादियों की तरह नहीं देखा जाना चाहिए और कला एवं आतंकवाद का घालमेल नहीं करना चाहिए. उरी हमले के बाद इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने पाकिस्तान के कलाकारों पर प्रतिबंध लगने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है. उरी हमले में 19 सैनिक मारे गए थे
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, राज ठाकरे, सलमान खान, पाक कलाकारों का मुद्दा, उरी हमला, MNS, Raj Thakrey, Salman Khan, Pak Actors Issue, Uri Attack