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This Article is From Jan 29, 2020

इकॉनमी को लेकर राहुल गांधी का PM और वित्त मंत्री पर तंज: अर्थव्यवस्था को लेकर दोनों अनभिज्ञ, उन्हें पता ही नहीं आगे क्या करना है

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर देश की छवि को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विदेशी कंपनियां आज यहां निवेश करने से कतरा रही हैं

इकॉनमी को लेकर राहुल गांधी का PM और वित्त मंत्री पर तंज: अर्थव्यवस्था को लेकर दोनों अनभिज्ञ, उन्हें पता ही नहीं आगे क्या करना है
राहुल गांधी ने कहा, 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज हिंदुस्तान में है.
नई दिल्ली:

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आम बजट पेश किए जाने से कुछ दिन पहले, बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) इस बारे में अनभिज्ञ हैं कि आर्थिक विकास को गति देने के लिए आगे क्या करना है. गांधी ने ट्वीट कर कटाक्ष किया, 'मोदी और आर्थिक सलाहकारों की उनकी ड्रीम टीम ने अर्थव्यवस्था को निश्चित तौर पर बदल दिया है. पहले जीडीपी (GDP) विकास दर 7.5 फीसदी और महंगाई 3.5 फीसदी थी. अब जीडीपी विकास दर 3.5 फीसदी और महंगाई दर 7.5 फीसदी है.' उन्होंने दावा किया, 'प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री इस बारे में अनभिज्ञ हैं कि आगे क्या करना है.' गौरतलब है कि आगामी एक फरवरी को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए बजट पेश किया जाएगा.

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वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश की छवि को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विदेशी कंपनियां आज यहां निवेश करने से कतरा रही हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती दी कि वह देश के किसी भी विश्वविद्यालय में जाकर वहां के विद्यार्थियों के सवालों का सामना करें. जयपुर के रामबाग इलाके में कांग्रेस की 'युवा आक्रोश रैली' को संबोधित करते हुए राहुल ने अपना भाषण मुख्य रूप से युवाओं, बेरोजगारी व देश की छवि पर केंद्रित रखा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों को बर्बाद और मनरेगा को खोखला कर दिया है.

उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था डगमगा रही है और पिछले 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज हिंदुस्तान में है. राहुल गांधी ने कहा कि चीन का मुकाबला केवल भारत कर सकता है, यह बात पूरी दुनिया जानती है लेकिन मौजूदा हालात में कंपनियां यहां आने से हिचक रही हैं. उन्होंने कहा, 'सारे देश हिंदुस्तान के साथ खड़े होकर हिंदुस्तान को विनिर्माण का हब बनाना चाहते हैं. सारी कंपनियां जो आज चीन में हैं वे हिंदुस्तान में आना चाहती हैं. लेकिन कहती हैं कि हिंदुस्तान के लोग एक दूसरे से लड़ रहे हैं. हिंदुस्तान की सरकार देश में हिंसा फैला रही है. हिंसा के इस माहौल में हम निवेश क्यों करें?'

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साथ ही उन्होंने कहा था, 'मैं प्रधानमंत्री को चुनौती देता हूं कि वह देश के किसी भी विश्वविद्यालय में चले जाएं और अपने भाषण से पहले वहां के विद्यार्थियों के सवालों का सामना करें. युवाओं के दिल में जो सवाल हैं... बेरोजगारी का सवाल, हिंदुस्तान को बांटने को लेकर सवाल, हिंदुस्तान की छवि नष्ट करने का सवाल... इसका जवाब नरेंद्र मोदी कॉलेज, विश्वविद्यालय में जाकर नहीं दे सकते लेकिन नरेंद्र मोदी झूठे वादे जरूर कर सकते हैं.'

राहुल ने कहा, 'नरेंद्र मोदी ने दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी, लेकिन पिछले साल हिंदुस्तान में एक करोड़ युवाओं ने रोजगार खोया है.' उन्होंने कहा कि एनआरसी की बात होगी, सीएए, एनपीआर की बात होगी लेकिन देश के सामने जो सबसे बड़ी समस्या है, जो इस देश के हर परिवार को चुभती है उस बारे में हमारे प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोलते हैं. अर्थव्यवस्था में गिरावट को लेकर भी राहुल ने मोदी पर तंज कसा और कहा, 'नरेन्द्र मोदी शायद इकोनोमिक्स पढे़ नहीं हैं, समझे नहीं हैं कि अर्थव्यवस्था तब चलती है जब गरीबों की जेब में पैसा आता है.'

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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