कोरोना वायरस की दूसरी लहर आ जाने के बाद भारत की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ रही है. मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. दिल्ली समेत कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी के चलते कोरोना मरीज दम तोड़ रहे हैं. हर जगह हाहाकार है.
लोगों का दुख देखते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्ववीट करते हुए उन मरीजों की हिम्मत बढ़ाई जो कोरोना से जंग लड़ रहे हैं. राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, "इलाज की कमी के चलते अपने प्रियजन खो रहे देशवासियों को मेरी संवेदनाएं. इस त्रासदी में आप अकेले नहीं हैं- देश के हर राज्य से प्रार्थना व सहानुभूति आपके साथ है. साथ हैं तो आस है"
इलाज की कमी के चलते अपने प्रियजन खो रहे देशवासियों को मेरी संवेदनाएँ।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 30, 2021
इस त्रासदी में आप अकेले नहीं हैं- देश के हर राज्य से प्रार्थना व सहानुभूति आपके साथ है।
साथ हैं तो आस है।
इससे पहले राहुल गांधी ने कविता के माध्यम से सरकार पर निशाना साधा था. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'जो भरा नहीं है भावों से, जो दर्द सुनने को तैयार नहीं,वह हृदय नहीं है पत्थर है, जिस ‘सिस्टम' को जन से प्यार नहीं!' देश के स्वाधीनता संग्राम के दौरान लिखी गई पुरानी कविता को राहुल ने कुछ संशोधन के साथ अपने ट्वीट में स्थान दिया है.
जो भरा नहीं है भावों से,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 29, 2021
जो दर्द सुनने को तैयार नहीं,
वह हृदय नहीं है पत्थर है,
जिस ‘सिस्टम' को जन से प्यार नहीं!
वहीं 28 अप्रैल को राहुल गांधी ने एक ट्वीट के जरिये मोदी सरकार पर 'हमला' बोला था. तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के केस और लोगों की मौत को देखते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार की तुलना 'अंधे सिस्टम' से कर दी थी.
एक दूसरे की सहायता करते आम जन दिखाते हैं कि किसी का दिल छूने के लिए हाथ छूने की ज़रूरत नहीं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 28, 2021
मदद का हाथ बढ़ाते चलो
इस अंधे ‘सिस्टम' का सच दिखाते चलो!#TogetherStronger
उन्होंने लिखा था "एक दूसरे की सहायता करते आम जन दिखाते हैं कि किसी का दिल छूने के लिए हाथ छूने की ज़रूरत नहीं है, मदद का हाथ बढ़ाते चलो, इस अंधे ‘सिस्टम' का सच दिखाते चलो."
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