जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुये आतंकवादी हमले में शहीद हुये सीआरपीएफ के जवानों में से सर्वाधिक 12 उत्तर प्रदेश के हैं. अभी तक 37 जवानों के शहीद होने की सीआरपीएफ ने आधिकारिक रूप से पुष्टि की है. योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रत्येक शहीद के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और परिवार के एक व्यक्ति को राज्य सरकार की ओर से नौकरी देने की घोषणा की है. साथ ही पैतृक गांव के संपर्क मार्ग का नामकरण भी संबंधित जवानों के नाम पर किया जायेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आतंकवादी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के वीर जवानों की शहादत पर उनके परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है.
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गृह विभाग की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक चंदौली के अवधेश कुमार यादव, महाराजगंज के पंकज कुमार त्रिपाठी, शामली के अमित कुमार, शामली के ही प्रदीप कुमार, देवरिया के विजय कुमार मौर्य, मैनपुरी के राम वकील, इलाहाबाद के महेश कुमार, वाराणसी के रमेश यादव, आगरा के कौशल कुमार रावत, कन्नौज के प्रदीप सिंह, कानपुर देहात के श्याम बाबू तथा उन्नाव के अजित कुमार आजाद शामिल हैं. सूचना विभाग की ओर से जारी बयान के अनुसार शहीद जवानों का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा जिसमें प्रदेश के मंत्री, जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहेंगे.
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उरी के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला
जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा (Pulwama Blast) में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में उस वक्त गुरुवार को हमला हुआ, जब सीआरपीएफ (CRPF) का काफिला गुजर रहा था.सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले में करीब 350 किलो IED (Improvised Explosive Device) का इस्तेमाल हुआ. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) ने हमले की जिम्मेदारी ली और इसे आत्मघाती बताया. रक्षा अधिकारी ने हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है. उधर, पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सहित कई राजनेताओं ने हमले की निंदा की है. रिपोर्ट के अनुसार उरी के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है. घायलों का श्रीनगर स्थित सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है. सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों को ले जा रही बस को मुख्य रूप से निशाना बनाया गया था. हमले में कई अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ जवानों को निशाना बनाकर किए गए आईईडी विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसे आत्मघाती हमला बताया है. बता दें कि यह हमला श्रीनगर से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर हुआ है. रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस बीच पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सहलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से भी बात की.
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