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खालिस्तानी गुरपतवंत पन्नू-निखिल गुप्ता केस: भारत के पीछे पड़े वे 5 अमेरिकी सांसद कौन हैं?

निखिल गुप्ता अमेरिकी अभियोजकों की ओर से लगाए गए आरोप अगर साबित हो जाते हैं तो उन्हें 20 साल के जेल की सजा हो सकती है. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक निखिल गुप्ता पर गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के लिए पैसे देने काआरोप है.

खालिस्तानी गुरपतवंत पन्नू-निखिल गुप्ता केस: भारत के पीछे पड़े वे 5 अमेरिकी सांसद कौन हैं?
नई दिल्ली:

भारत की ओर से आतंकवादी घोषित किए गए गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या कराने की कथित साजिश रचने के आरोपी भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को अमेरिका लाया गया है.गुप्ता पर पन्नू की अमेरिकी धरती पर हत्या कराने की कथित साजिश रचने का आरोप है. उन्हें चेक रिपब्लिक से प्रत्यर्पित कर अमेरिका लाया गया है.गुप्ता पिछले साल ही चेक रिपब्लिक में गिरफ्तार किए गए थे. 

निखिल गुप्ता पर क्या आरोप हैं?

निखिल गुप्ता अमेरिकी अभियोजकों की ओर से लगाए गए आरोप अगर साबित हो जाते हैं तो उन्हें 20 साल के जेल की सजा हो सकती है. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक निखिल गुप्ता पर गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के लिए पैसे देने काआरोप है.

इस बीच अमेरिकी सीनेट के चार डेमोक्रेट सांसदों विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन को पत्र लिखकर इस मामले में ठोस राजनयिक प्रतिक्रिया देने की अपील की है.इन सिनेटरों ने सरकार से अपील की है कि वो अपनी कथनी और करनी में भेद न करते हुए एक शख्त संदेश दे कि इस मामले में जिम्मेदार लोगों को अपने व्यवहार के लिए परिणाम भुगतने होंगे. इस चिट्ठी पर सीनेट की विदेश मामलों की समिति के वरिष्ठ सदस्य जेफ मर्कले समेत पांच सीनेटरों के दस्तखत हैं.दस्तखत करने वालों में जेफ के अलावा क्रिस वान होलेन, टिम केन, बर्नाड सैंडर्स और रॉन वायडेन.आइए जानते हैं कि कौन हैं वो डेमोक्रेट सांसद जो अमेरिकी सरकार पर कार्रवाई के लिए दबाव बना रहे हैं.

 जेफ मर्कले 

 जेफ मर्कले पहली बार 2008 में ओरेगन से सीनेट के लिए चुने गए थे. उसके बाद से वो लगातार वहां से सीनेट के सदस्य चुने जा रहे हैं. ओरेगन में मर्टल क्रीक में पैदा हुए. यह शहर अपने लकड़ी के कारोबार के लिए मशहूर है. उनका परिवार भी लकड़ी के कारोबार में था. लेकिन जेफ का मन उस कारोबार में नहीं लगा. वो समाज में सकारात्मक पहल करने के लिए राजनीति में आए.उन्होंने वॉशिंगटन डीसी में एक सीनेटर के यहां इनटर्नशिप की. इसके बाद शहर में और अधिक समय तक रहने के लिए जेफ ने रेस्टोरेंट में बेटर और बर्तन धोने का भी काम किया. अब 67 साल के हो चुके जेफ की पत्नी का नाम मैरी है. उनके जोनाथन और ब्रायनी के नाम के दो बच्चे हैं. 

क्रिस वान होलेन

क्रिस वान होलेन नवंबर 2016 में मैरीलैंड से सीनेट के लिए चुने गए थे.होलेन समान अधिकारों, समान न्याय और समान अवसर की वकालत करते हैं.सीनेटर होलेन ने अपनी राजनीति की शुरूआत मैरीलैंड के विधानमंडल के सदस्य के रूप में की थी. उनकी पहचान आम लोगों के मुद्दे उठाने की रही है. अब 65 के हो चुके सीनेटर होलेन ने हावर्ड यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी में ग्रेजुएशन किया है. उनकी पत्नी का नाम कैथरीन है. उनके अन्ना, निकोलस और अलेक्जेंडर नाम के तीन बच्चे हैं. 

बर्नी सैंडर्स

बर्नी सैंडर्स 2006 में पहली बार सीनेट का सदस्य चुने गए थे.बर्नी डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की रेस में भी शामिल रहे थे. बर्नी भारत को लेकर बयान देते रहते हैं. केंद्र सरकार की ओर से अगस्त 2019 में  जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाए जाने का विरोध किया था.उन्होंने कहा था कि वो कश्मीर के हालात को लेकर चिंतित हैं. बर्नी की आयु 82 साल से अधिक है. वो बर्लिंगटन में रहते हैं. उनके परिवार में पत्नी जेने के अलावा चार बच्चे और सात पोते-पोतियां हैं.

 टिम केन

टिम केन 2013 से सीनेटर हैं. टिम का बचपन कंसास में बीता है. वहां उनके पिता का लोहे के सामान बनाने का कारखाना था. उन्होंने भी उस कारखाने में काम किया. इस दौरान उनके पिता ने उन्हें कठिन परिश्रम के बारे में सीख दी. टिम अमेरिका के उन कुछ लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने मेयर, गवर्नर और सीनेटर के रूप में काम किया है. उन्होंने अपने सामाजिक जीवन की शुरूआत एक टेक्निकल स्कूल शुरू करके की थी. परिवार में उनकी पत्नी एनी के अलावा तीन बच्चे हैं.

रॉन वायडेन

रॉन वायडेन भी ओरेगन से ही सीनेट के लिए चुने हए हैं.वो सीनेट में 1997 में चुने गए थे. रॉन की पहचान आम लोगों की आवाज उठाने के लिए है. वो कामकाजी और रिटायर लोगों की आवाज उठाते रहते हैं.वो सीनेट की कई समितियों में शामिल हैं. उनके परिवार में पत्नी नैंसी के अलावा चार बच्चे हैं.

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