विज्ञापन
This Article is From Dec 13, 2017

जुबानी जंग के बाद पीएम मोदी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मिलाया हाथ

गुजरात चुनाव अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच जारी राजनीतिक वाद-विवाद और आरोप-प्रत्‍यारोप के बीच दोनों नेता पहली बार बुधवार को संसद भवन परिसर में मिले.

जुबानी जंग के बाद पीएम मोदी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मिलाया हाथ
संसद हमले की 16वीं बरसी के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने गर्मजोशी के साथ एक दूसरे से की मुलाकात
नई दिल्ली: गुजरात चुनाव अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच जारी राजनीतिक वाद-विवाद और आरोप-प्रत्‍यारोप के बीच दोनों नेता पहली बार बुधवार को संसद भवन परिसर में मिले. 

चुनाव के 'पाकिस्तान कनेक्शन' पर मनमोहन सिंह का करारा बयान, अपनी हार देख बौखलाए पीएम मोदी

ये मौका था संसद पर आतंकी हमले की 16वीं बरसी का. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीदों को नमन करने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ गर्मजोशी के साथ मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान पहले पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह को हाथ जोड़कर नमस्‍कार किया और बाद में उनके साथ हाथ मिलाया. 
 
modi and manmohan
पीएम मोदी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह एक दूसरे को हाथ जोड़ते हुए 

इससे पहले गुजरात में पिछले रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते कहा था कि पाकिस्तान राज्य के विधानसभा चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने दावा कि कुछ पाकिस्तानी अधिकारी एवं मनमोहन की कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के घर छह दिसंबर को बैठक हुई. इसके एक दिन बाद ही अय्यर ने मोदी को अपनी एक टिप्पणी में ‘नीच आदमी’ कहा था.

गुजरात चुनाव का 'पाकिस्‍तान कनेक्‍शन': बीजेपी और कांग्रेस के वार-पलटवार वाले ये 8 बयान
 
rahul
राहुल गांधी और रविशंकर प्रसाद एक दूसरे से हाथ मिलाते हुए 

इस बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए और प्रधानमंत्री मोदी के दावों को खारिज करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन ने कहा था कि मणिशंकर अय्यर द्वारा दिये गये रात्रिभोज पर मैंने गुजरात चुनाव के बारे में न तो किसी व्यक्ति से चर्चा की और न ही गुजरात का मुद्दा किसी तरह से चर्चा में आया. चर्चा केवल भारत पाक संबंधों तक सीमित रही. मोदी ने जिस बैठक का उल्लेख किया है दरअसल वह अय्यर द्वारा भारत आये पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री महमूद कसूरी के सम्मान में दिया गया रात्रि भोज था.

मनमोहन ने कहा कि उनके एवं पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के अलावा अय्यर द्वारा कसूरी के सम्मान में दिये गये रात्रिभोज में पाकिस्तान के उच्चायुक्त, नटवर सिंह, के एस वाजपेयी, अजय शुक्ला, शरद सब्बरवाल, जनरल दीपक कपूर, टीसीए राघवन, सतीन्द्र के लाम्बा, एम के भद्रकुमार, सी आर गरेखान, प्रेमशंकर झा, सलमान हैदर एवं राहुल सिंह मौजूद थे. उन्होंने कहा, ‘‘इनमें से किसी पर भी देशद्रोह का इल्जाम लगाना सरासर झूठ एवं अधर्म होगा.’’ पूर्व राजनयिक लाम्बा एवं पूर्व राजनयिक गरेखान ने कहा कि उस रात्रिभोज में भारत पाक संबंधों पर आम चर्चा हुई थी. गरेखान ने एक समाचार चैनल से कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की राजनीति पर चर्चा नहीं हुई. पूर्व सेना प्रमुख जनरल कपूर के हवाले से भी कहा गया कि इस रात्रि भोज में गुजरात चुनाव पर बिल्कुल चर्चा नहीं हुई.

VIDEO: गुजरात की सियासत में भी लाया गया पाकिस्तान


मनमोहन ने कहा, ‘‘न तो कांग्रेस पार्टी और न ही मुझे राष्ट्रभक्ति पर ऐसे प्रधानमंत्री या एक ऐसी पार्टी से उपदेश चाहिए, जिनका उग्रवाद से लड़ने का रिकार्ड ढुलमुल रहा है. मैं श्री नरेन्द्र मोदी को याद दिलाना चाहता हूं कि वे उधमपुर एवं गुरदासपुर के आतंकवादी हमलों के बावजूद बिन बुलाये पाकिस्तान गये.’’ उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया, ‘‘क्या वे देश को बताएंगे कि किन कारणों से उन्होंने पाकिस्तान में रचे गये पठानकोट हमले के बाद पाकिस्तान की बदनाम आईएसआई को सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण पठानकोट एयरबेस पर जांच के लिए आमंत्रित किया था.’’ 

 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com