- आरोपी दरकशा बानो और मोहम्मद कैफ को गिरफ्तार किया गया है.
- एक दलित लड़की ने इनसे भागकर पुलिस को सूचना दी.
- लड़कियों को धर्म परिवर्तन और आतंकवादी गतिविधियों के लिए आरोपी दबाव डालते थे.
- परिवार को अज्ञात नंबरों से धमकियां मिल रही हैं, जांच जारी है.
उत्तर प्रदेश की प्रयागराज पुलिस ने केरल टेरर मॉड्यूल का खुलासा किया है. ये खतरनाक इसलिए भी ज्यादा है कि दलित लड़कियों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन के लिए राजी करता था और फिर उन्हें जेहादी ट्रेनिंग देकर आतंकवादी बना देता था. मगर, एक गलती इन आतंकवादियों पर भारी पड़ गई. एक दलित लड़की इनके चंगुल से भाग गई और फिर इनके नेटवर्क का खुलासा हुआ. पुलिस ने अब तक एक महिला सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी की तलाश की जा रही है. साथ ही इनके पूरे नेटवर्क को भी ढूंढा जा रहा है.
कैसे हुआ आतंकी नेटवर्क का खुलासा

गंगा नगर के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि इस मामले में दरकशा बानो और मोहम्मद कैफ नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और पीड़ित लड़की को केरल से प्रयागराज लाकर वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है. 26 जून को पीड़ित लड़की की मां ने फूलपुर थाने में शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया गया था कि दरकशा बानो उनकी 15 वर्षीय बेटी को आठ मई को बहला फुसलाकर अपने साथ ले गई थी. इसके बाद मोहम्मद कैफ ने नाबालिग को बाइक से प्रयागराज जंक्शन पहुंचाया. इस दौरान, उसने उनकी बेटी से छेड़छाड़ भी की. इसके बाद बानो उसे ट्रेन से पहले दिल्ली ले गई और फिर वहां से केरल ले गई, जहां उसने नाबालिग को कुछ संदिग्ध लोगों से मिलवाया.''
पुलिस ने दलित नाबालिग को कैसे ढूंढा
गुनावत ने आगे कहा, ‘‘केरल में संदिग्ध लोगों ने उस नाबालिग लड़की को रुपयों का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए दबाव बनाने लगे. मगर वह किसी तरह उनके चंगुल से भागकर केरल के त्रिशूर रेलवे स्टेशन पर पहुंची. वहां स्थानीय पुलिस की मदद से नाबालिग ने अपनी मां से संपर्क किया. पुलिस की जांच में सामने आया है कि दरकशा बानो और मोहम्मद कैफ का संगठित गिरोह है, जो दलित नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर कर आतंकवादी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में धकेलने का कार्य करते हैं. गिरोह के बारे में और अधिक जानकारी जुटाने के लिए पुलिस की तीन टीम का गठन किया गया है.''
दलित नाबालिग लड़की ने क्या बताया

नाबालिग लड़की ने एनडीटीवी को बताया कि इस गैंग में कई महिला सदस्य हैं. उसकी पड़ोस में रहने वाली महिला सहेली थी. वही उसे घूमने के बहाने केरल भेज दिया गया. वहां ले जाकर वो जेहाद की ट्रेनिंग देने लगे. वो किसी तरह बचकर वहां से भाग गई और परिवार को फोन किया. इस मामले के खुलासे ने पूरे उत्तर प्रदेश में खलबली मचा दी है. पुलिस अब प्रयागराज से लेकर केरल तक इस मामले की जांच कर रही है और आतंकी कनेक्शन से जुड़े हर व्यक्ति को ढूंढ रही है. परिवार का कहना है उन्हें अज्ञात फोन नंबरों से अभी भी धमकी मिल रही है.
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