अकोला:
महाराष्ट्र के अकोला में पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय किडनी रैकेट का भंडाफोड़ किया है और इस सिलसिले में एक साहूकार की गिरफ्तारी ने पूरे मामले को ज़्यादा गंभीर और सनसनीखेज़ बना दिया है। बताया गया है कि अकोला के इस साहूकार ने एक मज़दूर को 20 हज़ार रुपये बतौर कर्ज दिए और जब वह रकम चुकाने में नाकाम रहा तो उसे किडनी बेचने का रास्ता दिखा दिया। साहूकार ने एक एजेंट के साथ मिलकर इस कारनामे को अंज़ाम दिया था और अब उसका दिखाया यह रास्ता पड़ोसी मुल्क श्रीलंका तक पहुंच चुका है।
पुलिस उन सब लोगों से पूछताछ कर रही है जो एजेंट और साहूकार के संपर्क में थे। मामले में उन अस्पतालों की भी जांच की जाएगी, जिन्होंने पीड़ित के शुरुआती परीक्षण किए थे। पुलिस को शक है कि रैकेट के तार पूरे विदर्भ में फैले हो सकते हैं। हज़ारों किसानों की खुदकुशी के केंद्र विदर्भ में गिरोह के फलने-फूलने की तमाम वजहें मौजूद हैं।
जानकारों का कहना है कि लगातार खराब होती फसलों की वजह से कर्ज में डूबे किसानों और मज़दूरों को आसानी से निशाना बनाया जा सकता है। पुलिस ने अब तक इस केस में साहूकार आनंद जाधव और उसके एजेंट देवेंद्र को गिरफ्तार किया है। शुरुआती पूछताछ से पता चला है कि इन दोनों ने मिलकर दो और मज़दूरों को श्रीलंका भेजा था।
पुलिस उन सब लोगों से पूछताछ कर रही है जो एजेंट और साहूकार के संपर्क में थे। मामले में उन अस्पतालों की भी जांच की जाएगी, जिन्होंने पीड़ित के शुरुआती परीक्षण किए थे। पुलिस को शक है कि रैकेट के तार पूरे विदर्भ में फैले हो सकते हैं। हज़ारों किसानों की खुदकुशी के केंद्र विदर्भ में गिरोह के फलने-फूलने की तमाम वजहें मौजूद हैं।
जानकारों का कहना है कि लगातार खराब होती फसलों की वजह से कर्ज में डूबे किसानों और मज़दूरों को आसानी से निशाना बनाया जा सकता है। पुलिस ने अब तक इस केस में साहूकार आनंद जाधव और उसके एजेंट देवेंद्र को गिरफ्तार किया है। शुरुआती पूछताछ से पता चला है कि इन दोनों ने मिलकर दो और मज़दूरों को श्रीलंका भेजा था।
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