प्रधानमंत्री ने कुडनकुलम परमाणु संयत्र के विरोध में प्रदर्शनों में तेजी के बीच जयललिता को आगाह किया कि इसके बिना राज्य की विकास योजनायें प्रभावित होंगी।
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नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कुडनकुलम परमाणु बिजली संयत्र के विरोध में प्रदर्शनों में तेजी के बीच आज तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को आगाह किया कि इसके बिना राज्य की विकास योजनायें प्रभावित होंगी। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि तमिलनाडु में कुडनकुलम परियोजना के प्रति जयललिता के समर्थन के प्रति वे आशान्वित हैं। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सिंह ने उन्हें पिछले हफ्ते राज्य के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई बैठक के बारे में अवगत कराया। जिसमें रूस के सहयोग से चल रही 2000 मेगावाट की कुडनकुलम परमाणु बिजली परियोजना को रोकने की मांग की गई। सिंह ने कहा सुरक्षा एवं जीविका के पहलू जिसमें सरकार और जनता एक ही ओर हैं के अलावा मैं उल्लेख करना चाहूंगा कि तमिलनाडु देश के सबसे बड़े औद्योगिक राज्यों में है जिसकी बिजली जरूरत में लगातार इजाफा हो रहा है। अपने पत्र में उन्होंने कहा कुडनकुलम परमाणु बिजली परियोजना की इकाई एक और दो से पैदा होने वाली 2000 मेगावाट बिजली में से तमिलनाडु का बिजली आवंटन 925 मेगावाट है। अगर इस बिजली की उपलब्धता की संभावनायें अचानक वापस हो जाती हैं तो इसका राज्य के विकास एवं औद्योगिक योजनाओं पर असर पड़ेगा।
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