जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) प्रशासन ने मंगलवार की रात को 4 और 5 अगस्त के लिए लगाया गया दो दिवसीय कर्फ्यू (Curfew) तय अवधि से पहले ही हटा दिया गया. प्रशासन के इस फैसले को PDP चीफ महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने बेतुका करार दिया. बता दें कि कुछ समूहों द्वारा 5 अगस्त को काला दिवस के रूप में मनाने की योजना बनाने की सूचना मिलने पर श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट ने कश्मीर घाटी में कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया था. इस पर आलोचना के बाद आए कर्फ्यू को हटाने का निर्णय लिया गया.
जम्मू-कश्मीर में कर्फ्यू हटाया गया, फारूक अब्दुल्ला ने आज कई दलों की बैठक बुलाई
Last night's order withdrawing curfew was hogwash. When it comes to collective punishment,J&K admin & police prefer not leaving a paper trail & yet ensure people are caged by imposing an unofficial curfew https://t.co/vNUB0gc0op
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2020
प्रशासन के इस फैसले पर महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर रहा का कि आखिरी रात कर्फ्यू हटाने का जो फैसला लिया गया है वह बेतुका है, उन्होंने कहा कि जब सामूहिक सजा देने की बात आती है तो जम्मू कश्मीर पुलिस और प्रशासन कोई भी कागजी राह नहीं छोड़ते हैं और लोगों को कर्फ्यू लगाकर बंद कर दिया जाए. बता दें कि मुफ्ती का ट्विटर अकाउंट उनकी बेटी इल्तिजा चला रही हैं.
डॉमिसाइल नियमों को लेकर कश्मीर ही नहीं जम्मू के लोग भी चिंतित
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर प्रशासन ने जन सुरक्षा कानून (PSA) के तहत निरुद्ध PDP अध्यक्ष और भाजपा की सहयोगी रहीं महबूबा मुफ्ती की हिरासत शुक्रवार (31 जुलाई) को तीन महीने के लिए बढ़ा दी जबकि पिछली गठबंधन सरकार के एक अन्य सहयोगी सज्जाद गनी लोन को रिहा कर दिया. पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने से पहले मुफ्ती और लोन समेत सैकड़ों लोगों को एहतियातन हिरासत में ले लिया गया था.
Video:PSA के तहत 3 महीने और बढ़ी महबूबा मुफ्ती की हिरासत
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