बहादुर अली उर्फ़ सैफ़ुल्लाह पाकिस्तान के लाहौर शहर का रहने वाला है।
नई दिल्ली:
कश्मीर घाटी में लश्कर के ज़िंदा पकड़े गए आतंकवादी की पूछताछ से यह साबित हो चुका है कि घाटी में तनाव फैलने के लिए पाकिस्तान फ़िदायीन दस्ते भेज रहा है। चूंकि मामला संजीदा है इसीलिए राज्य पुलिस से इसे लेकर लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को दिया जा रहा है।
22 साल का बहादुर अली उर्फ़ सैफ़ुल्लाह पाकिस्तान के लाहौर का रहने वाला है और लश्कर का ट्रेंड फ़िदायीन है। वह अपने चार साथियों के साथ घाटी में हमले के लिए दाख़िल हुआ था। उसके साथी तो कुपवाड़ा में मुठभेड़ में मारे गए लेकिन सुरक्षा बल सैफ़ुल्लाह को जिंदा पकड़ने में कामयाब रहे।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, 'यह सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी कामयाबी है।' केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से यह मामला NIA को सौंपा जा रहा है। इस बीच, बुधवार को NIA की टीम श्रीनगर पहुंच गई। माना जा रहा है कि एनआईए की टीम सैफुल्ला की कस्टडी लेकर उसे दिल्ली भी ला सकती है। आखिर कश्मीर की गड़बड़ी के पीछे पाकिस्तान के हाथ का वह एक और जीता-जागता सबूत जो है।
दरअसल सैफुल्ला के तौर पर भारत को घाटी में पाकिस्तानी दखलंदाजी का एक और सबूत हासिल हो गया है। केंद्र सरकार बार-बार कहती रही है कि घाटी में जो कुछ हो रहा है, पाकिस्तान उसे हवा दे रहा है। सैफुल्ला के पकड़े जाने से इस दावे को बल तो मिला ही है, साथ ही घुसपैठ को लेकर भी इस आतंकी से अहम जानकारियां भी मिल सकती हैं।
NDTV इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक़ सैफ़ुल्लाह ने बताया है कि भारत में गड़बड़ी फैलने के लिए पाकिस्तान कई आतंकवादी भेज रहा है। इसी क्रम में उसे और उसके साथियों को श्रीनगर में फ़िदायीन हमले के लिए भेजा गया था। सैफुल्ला के पास से 3 एके 47, 2 पिस्टल, मेट्रिक्स कोड और वायरलेस सेट के अलावा 23000 रुपये बरामद हुए हैं।
22 साल का बहादुर अली उर्फ़ सैफ़ुल्लाह पाकिस्तान के लाहौर का रहने वाला है और लश्कर का ट्रेंड फ़िदायीन है। वह अपने चार साथियों के साथ घाटी में हमले के लिए दाख़िल हुआ था। उसके साथी तो कुपवाड़ा में मुठभेड़ में मारे गए लेकिन सुरक्षा बल सैफ़ुल्लाह को जिंदा पकड़ने में कामयाब रहे।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, 'यह सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी कामयाबी है।' केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से यह मामला NIA को सौंपा जा रहा है। इस बीच, बुधवार को NIA की टीम श्रीनगर पहुंच गई। माना जा रहा है कि एनआईए की टीम सैफुल्ला की कस्टडी लेकर उसे दिल्ली भी ला सकती है। आखिर कश्मीर की गड़बड़ी के पीछे पाकिस्तान के हाथ का वह एक और जीता-जागता सबूत जो है।
दरअसल सैफुल्ला के तौर पर भारत को घाटी में पाकिस्तानी दखलंदाजी का एक और सबूत हासिल हो गया है। केंद्र सरकार बार-बार कहती रही है कि घाटी में जो कुछ हो रहा है, पाकिस्तान उसे हवा दे रहा है। सैफुल्ला के पकड़े जाने से इस दावे को बल तो मिला ही है, साथ ही घुसपैठ को लेकर भी इस आतंकी से अहम जानकारियां भी मिल सकती हैं।
NDTV इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक़ सैफ़ुल्लाह ने बताया है कि भारत में गड़बड़ी फैलने के लिए पाकिस्तान कई आतंकवादी भेज रहा है। इसी क्रम में उसे और उसके साथियों को श्रीनगर में फ़िदायीन हमले के लिए भेजा गया था। सैफुल्ला के पास से 3 एके 47, 2 पिस्टल, मेट्रिक्स कोड और वायरलेस सेट के अलावा 23000 रुपये बरामद हुए हैं।
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