
क्या पाकिस्तान ने पंजाब के आदमपुर एयरबेस पर खड़ी सुखोई-30MKI को निशाना बनाया? या गुजरात के भुज एयरफील्ड में सतह से हवा में मार करने वाली रूस में बनी S-400 मिसाइल यूनिट को नष्ट कर दिया? पाकिस्तान की ये दो हसीन नई कल्पनाएं हैं, जिन्हें इस्लामाबाद से गलत सूचनाओं के अभियान के हिस्से के रूप में आगे बढ़ाया जा रहा है.
नस्लों को बर्बाद कर रहा पाकिस्तान
भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद, पाकिस्तान ने जवाबी हमला ये सोचकर किया कि वो भारत को सबक सिखा पाएगा. मगर, हर बार भारत ने ऐसा पलटवार किया कि पाकिस्तान की चीखें निकल गईं. अंतत: भारत के डीजीएमओ को खुद फोन कर उसके डीजीएमओ ने युद्ध को रोकने का आग्रह किया. भारत रुक गया तो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अमेरिका, चीन, तुर्किये, सऊदी अरब, कतर लिए तमाम देशों को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में थैंक्यू-थैंक्यू बोलते नजर आए. मगर पाकिस्तान अपनी हार को कभी स्वीकार नहीं करता. बुरी तरह पिटाई के बाद भी वो डींगे मारता है और अपनी नस्लों से हार छुपाता है और यही कारण है कि उसकी हर नस्ल इन झूठी डींगों और दावों में फंसकर भारत से पंगा लेने की हरकत कर बैठते हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी ऐसा ही पाकिस्तान कर रहा है. वो दावे कर रहा है कि उसने भारतीय हवाई अड्डों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने में सफलता पाई है. भारतीय सैन्य ढांचे पर वास्तविक नुकसान नहीं दिखने के कारण, उसने उपग्रह से ली गई तस्वीरों, नकली विजुअल्स बनाकर फर्जी सूचना अभियान चलाया. दो नए उदाहरणों से पता चलता है कि पाकिस्तान ने हार नहीं मानी है, और लगातार नये-नये दावे कर रहा है.
सुप्रसिद्ध जिओ इंटेलिजेंस और इमेजरी एक्सपर्ट डेमियन साइमन ने ही पिछले महीने पाकिस्तान के दावों को सिलसिलेवार तरीके से खारिज किया है, जिसमें बताया गया है कि कैसे पाकिस्तान ने चीनी सैटेलाइट फर्म द्वारा दी गई तस्वीरों में हेरफेर कर युद्ध के मैदान में अपनी सफलता का दावा करने का प्रयास किया.
पाकिस्तान के झूठे दावों को जान लीजिए...
आदमपुर एयरबेस पर सुखोई-30MKI नष्ट
New report alleges a direct hit at India's Adampur Air Base by Pakistan damaged a Su-30, however a review reveals this image taken in March 2025, pre-conflict actually shows a MiG-29 undergoing maintenance, the dark soot near the engine test pad is routine, not battle damage pic.twitter.com/GOC1NVRX9I
— Damien Symon (@detresfa_) June 8, 2025
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारत के आदमपुर एयरबेस पर सुखोई-30MKI पर हमला किया और उसे नुकसान पहुंचाया. दावे का समर्थन करने के लिए इस्तेमाल की गई सैटेलाइट इमेज में एक जेट को जले हुए निशान के पास दिखाया गया था. समीक्षा करने पर पता चला कि यह तस्वीर संघर्ष से पहले की है और वास्तव में ये मिग-29 की नियमित मेंटेनेंस के समय की है. पाकिस्तान जो जला हुआ नुकसान दिखाने की कोशिश कर रहा था, वो दरअसल, इंजन के बार-बार टेस्टिंग से बनी कालिख के अलावा और कुछ नहीं था.
भुज एयरबेस पर एस-400 बर्बाद
An image is being circulated now as a Pakistan destroyed S-400 radar in India, a review however indicates it's likely just oil stains at Bhuj military base's vehicle service yard, also the image predates the recent Indo-Pak conflict as it was taken in February 2025 pic.twitter.com/Y850jfk4n9
— Damien Symon (@detresfa_) June 6, 2025
भुज में भारतीय एस-400 रडार सिस्टम को नष्ट करने का दावा करते हुए एक और तस्वीर पाकिस्तान ने प्रसारित की है. तस्वीर में सैन्य बेस पर काले धब्बे दिखाई दे रहे थे. विश्लेषण करने पर पता चला कि ये तेल के धब्बे या वाहन रखरखाव यार्ड से ईंधन रिसाव थे. यह तस्वीर किसी भी शत्रुता से काफी पहले खींची गई थी और इसका किसी हमले से कोई संबंध नहीं था.
आदमपुर एयरबेस पर भी एस-400 टारगेट
एक अलग दावे में कहा गया कि आदमपुर में एस-400 बैटरी को पाकिस्तान ने निशाना बनाया था. सैटेलाइट इमेज को बहुत ज़्यादा एडिट किया गया था, जिसमें मिसाइल के प्रभाव वाले गड्ढों की नकल करने के लिए काले धब्बे लगाए गए थे. मौजूदा सैटेलाइट इमेजरी से तुलना करने पर, उस स्थान पर ऐसे कोई निशान या क्षति दिखाई नहीं दे रही थी. यह जानबूझकर की गई हेराफेरी का एक और उदाहरण था.
नलिया एयरबेस पर हमला
A new image of Naliya Airbase in India, dated 12 May 2025 is being circulated highlighting the darkening of soil around the runway as damage, however verification of the image reveals a shadow of a cloud overhead as the reason behind this apparent discoloration on ground pic.twitter.com/Xt0YyHFV1o
— Damien Symon (@detresfa_) May 15, 2025
पाकिस्तान ने नलिया एयरबेस की एक तस्वीर प्रसारित की, जिसमें रनवे के आसपास की मिट्टी काली होती दिखाई दे रही थी, जो बमबारी का संकेत देती है. विश्लेषण से पता चला कि कथित नुकसान ऊपर के बादल की छाया थी. एयरबेस का बुनियादी ढांचा पूरी तरह से अछूता रहा.
श्रीनगर एयरपोर्ट पर नुकसान
An image now circulating claims to show damage at Srinagar Airport as a result of the recent India-Pakistan conflict, however, a review with multiple recent images shows inconsistencies, no such damage is found at the airport, this image was likely manipulated or misinterpreted pic.twitter.com/MwMYBwRnUg
— Damien Symon (@detresfa_) June 2, 2025
श्रीनगर एयरपोर्ट पर नागरिक एप्रन को दिखाने वाली धुंधली छवि का इस्तेमाल बम से हुए नुकसान का संकेत देने के लिए किया गया. अलग-अलग दिनों में ली गई कई स्पष्ट उपग्रह छवियों से साइट में कोई बदलाव नहीं दिखा. धकेली जा रही छवि या तो बदली हुई थी या गलत तरीके से पढ़ी गई थी, जमीन पर कोई दृश्य क्षति नहीं पाई गई.
आदमपुर एयरबेस: चीनी तस्वीर, वही नकली क्षति
Chinese released image of Adampur airbase, India - dated 12 May 2025, find only vehicle tracks in the target area shared by Pak ISPR, report no damage, once again leading to an inconclusive result regarding the strike on this location pic.twitter.com/IInEBVYrvW
— Damien Symon (@detresfa_) May 15, 2025
चीनी उपग्रह कंपनी द्वारा जारी की गई छवियों का उपयोग आदमपुर पर एक सफल पाकिस्तानी हमले के दावे का समर्थन करने के लिए भी किया गया था. उस तस्वीर में कथित क्षति क्षेत्र संघर्ष से बहुत पहले की पिछली तस्वीरों में दिखाई देने वाली एक समान विशेषता से मेल खाता था. यह स्पष्ट था कि जिस निशान को नए नुकसान के रूप में वर्णित किया जा रहा था, वह किसी हवाई हमले से संबंधित नहीं था.
जम्मू एयरपोर्ट की तस्वीरों से छेड़छाड़ की गई
A doctored, manipulated image of Jammu Airport is being circulated to falsely imply damage on site, however recent visuals confirm no such destruction, infact, the tampered image predates May 09–10, 2025 pic.twitter.com/zMdBhlDpIz
— Damien Symon (@detresfa_) May 11, 2025
जम्मू एयरपोर्ट पर हुए नुकसान को दिखाने के लिए व्यापक रूप से साझा की गई तस्वीर में रनवे और एप्रन क्षेत्र पर काले धब्बे दिखाई दे रहे हैं. हमले के बाद की उच्च-रिज़ॉल्यूशन तस्वीरों से तुलना करने पर पुष्टि हुई कि साइट पर कोई विनाश नहीं हुआ है. तस्वीर को डिजिटल रूप से बदला गया था, और कथित विस्फोट के निशान वास्तव में मौजूद नहीं थे.
हर मामले में पाकिस्तान के दावे बुनियादी सत्यापन में विफल रहे हैं. लक्ष्य के रूप में दिखाए गए किसी भी भारतीय स्थल को पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई से कोई वास्तविक नुकसान नहीं हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के कुछ दिनों बाद आदमपुर एयरबेस का दौरा भी किया था. इसके विपरीत, पाकिस्तानी एयरबेसों, खास तौर पर जैकोबाबाद और भोलारी पर भारतीय हवाई हमलों की हाई-रिज़ॉल्यूशन सैटेलाइट इमेजरी से व्यापक मरम्मत गतिविधि का पता चलता है. संरचनाओं और विमानों को ढकने के लिए तिरपाल की चादरें लगाई गई हैं, जो संभवतः ज़मीन पर हुए भौतिक नुकसान को छिपाने के लिए हैं.
मुनीर क्या छुपा रहा

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने अपने सेनाध्यक्ष असीम मुनीर को फील्ड मार्शल बना दिया. महज चार दिनों के संघर्ष के लिए इतना बड़ा इनाम दुनिया को हैरान करने वाला रहा. पाकिस्तान की जनता भी इससे हैरान हुई. कारण लाहौर से लेकर रावलपिंडी तक भारत के ड्रोन्स और मिसाइलों की ताकत वहां की जनता देख चुकी थी. उससे भी बड़ी बात ये कि भारत ने घर में घुसकर पाकिस्तान को मारा और जब तक उसकी तरफ से संघर्ष विराम का फोन नहीं आया तब तक ठोस पलटवार करता रहा. संघर्ष के दौरान भी और उसके बाद भी पाकिस्तान लगातार भारत को रोकने की अपनी इंटरनेशनल ताकतों से करता रहा. अब भी पाकिस्तान की तरफ से कहा जा रहा है कि भारत फिर से पाकिस्तान पर हमला कर सकता है. फिर भी पाकिस्तान डींगे क्यों मार रहा है? दरअसल, पाकिस्तानी फौज जनता के विद्रोह को दबाने के लिए ऐसा कर रही है. उसे पता है कि पाकिस्तान की जनता संघर्ष के दौरान भारत के हमलों को देख चुकी है. अब अगर वो ये बताए कि उसकी कार्रवाई में भारत का कुछ नहीं बिगड़ा तो सेना के खिलाफ पाकिस्तानी जनता का गुस्सा फूट पड़ेगा.
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