दिल्ली में 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली निकालने पर दिल्ली पुलिस और किसानों में सहमति बन गयी है, सभी जगहों के रूट भी तय हो गए हैं. उधर दिल्ली पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर रैली को पूरी सुरक्षा दी जाएगी, क्योंकि पाकिस्तान के आतंकी गड़बड़ी फैलाने की फिराक में हैं. दिल्ली पुलिस ने (Delhi Police) रविवार को दावा किया कि गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड (Tractor Rally) को बाधित करने के लिए पाकिस्तान से 300 से अधिक ट्विटर खाते (Twitter handles) बनाए गए हैं. ट्रैक्टर परेड से संबंधित विस्तृत योजना के संबंध में विशेष पुलिस आयुक्त (खुफिया) दीपेंद्र पाठक ने कहा कि मंगलवार को गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के संपन्न होने के बाद कड़ी सुरक्षा में ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी. पाठक ने प्रेसवार्ता में कहा, ''किसानों की ट्रैक्टर परेड को बाधित करने के लिए पाकिस्तान से 13 से 18 जनवरी के दौरान 300 से भी अधिक ट्विटर अकाउंट बनाए गए हैं. इस संबंध में विभिन्न एजेंसियों से एक ही प्रकार की जानकारी प्राप्त हुई है. यह हमारे लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा. हालांकि, गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी.''
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रविवार को पुलिस कमिश्नर ने आदेश दिया कि गणतंत्र दिवस की सुरक्षा में तैनात सभी पुलिसकर्मी परेड के बाद तुरंत किसानों की ट्रैक्टर रैली में ड्यूटी करने के लिए शार्ट नोटिस पर तैयार रहें. पुलिस के मुताबिक इस बात की पुख्ता जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी आतंकी ट्रैक्टर रैली में गड़बड़ी फैलाने की फिराक में हैं, ऐसे 308 पाकिस्तानी ट्विटर हैंडल भी मिले हैं. किसान नेता भी अपील कर रहे हैं कि लोग शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर रैली निकालें,लेन में चलें,स्टंट न करें किसान वॉलिंटियर्स भी तैनात कर रहे हैं.
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उल्लेखनीय है कि नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर हजारों किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, जिनमें से अधिकतर पंजाब, हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हैं. किसान संगठनों का आरोप है कि नए कृषि कानूनों से मंडी और एमएसपी खरीद की व्यवस्था समाप्त हो जाएंगी तथा किसान बड़े कॉरपोरेट घरानों की दया पर निर्भर हो जाएंगे.
इससे पहले पुलिस ने किसान संगठनों के नेताओं से राष्ट्रीय राजधानी से बाहर ट्रैक्टर परेड निकालने का अनुरोध किया था लेकिन वे दिल्ली के बाहरी रिंग रोड पर ही परेड के लिए अड़े हुए थे. पुलिस और किसानों के बीच हुई चौथे दौर की बातचीत में दोनों पक्षों के बीच परेड पर सहमति बनी थी. (इनपुट भाषा से...)
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