
बरेली में फेसबुक पर आजम खान के फर्जी पोस्ट को आगे बढ़ाने वाले युवक की 20-20 हजार के दो मुचलकों पर जमानत मिल गई है।
युवक को परसो शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 11वीं क्लास में पढ़ने वाले इस छात्र पर आरोप है कि इसने राज्य के कैबिनेट मंत्री आज़म खान के नाम से कुछ फर्जी पोस्ट को आगे बढ़ाया।
आजम ने बुधवार को राज्य विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से कहा, छात्र ने फेसबुक पर मेरे खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं। कानून कड़ाई से लागू किया गया और छात्र 24 घंटे में गिरफ्तार हो गया। फेसबुक पर मेरे खिलाफ पहले भी टिप्पणियां की गई हैं। क्षेत्राधिकारी आले हसन ने रामपुर में कहा कि लड़के ने फेसबुक पर जिस तरह की टिप्पणी पोस्ट की, उससे सांप्रदायिक दंगे भड़क सकते थे और शांति एवं सद्भाव बाधित हो सकता था।
वैसे, आजम पूर्व में दलित लेखक कंवल भारती के खिलाफ भी ऐसा ही रवैया अपना चुके हैं। उधर, छात्र की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए बसपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, छात्र नाबालिग है, इसलिए उसे जेल भेजने से बचा जाना चाहिए था। मुख्यमंत्री और सरकार ने आजम के दबाव में कार्य किया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि छात्र से बातचीत कर यह मसला सुलझाया जा सकता था।
लड़के पर सूचना प्रौद्योगिकी कानून की धारा 66A (संचार सेवाओं के जरिये झूठे तथा अपराधपूर्ण संदेश भेजना) के तहत आरोप लगाया गया है। मामले की अगली सुनवाई आज होनी है। आरोपी को अगर दोषी पाया गया तो उसे तीन साल तक की सजा हो सकती है।
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