पटना:
गुजरात में 2002 में सांप्रदायिक दंगों के फैलने का कारण बनी गोधरा स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के जलाने की घटना की जांच को नरेंद्र मोदी के कहने पर बंद कराने का आरोप लगाते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने बुधवार को कहा कि तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार दंगों के आरोप से नहीं बच सकते।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर ट्रेन अग्निकांड की जांच को बंद कराने का आरोप लगाते हुए लालू ने संवाददाताओं से कहा, 'नरेंद्र मोदी के कहने पर नीतीश ने ट्रेन में हुए अग्निकांड की जांच बंद करा दी। यदि उस समय जांच होती तो बात आगे नहीं बढ़ती। रेल से ही समूचा खेल (दंगों की शुरुआत) शुरू हुआ, और इसलिए नीतीश ही गोधरा कांड के बाद हुए दंगों के लिए दोषी हैं।'
उन्होंने आरोप लगाया कि रेलमंत्री रहते हुए उस समय नीतीश ने चुप्पी साध ली थी। नीतीश की ‘चुनरी में दाग लगा है। वह दाग कैसे छुड़ा सकते हैं।' लालू ने कहा कि साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगाने की जांच नहीं हुई थी, इसलिए रेलमंत्री बनने पर उन्हें (लालू) यह जांच करानी पड़ी थी। गोधरा में ट्रेन में आग लगाने की घटना नीतीश के रेलमंत्री रहते हुई और दंगों के समय नीतीश राजग सरकार में बने रहे।
लालू ने सवाल उठाया कि भाजपा के आरोप के बाद नीतीश पल्ला झाड़ रहे हैं, लेकिन रेल की कोई घटना होगी तो मामला कौन देखेगा? नीतीश पल्ला नहीं झाड़ सकते हैं।
लालू यूपीए-1 सरकार में रेलमंत्री थे। भाजपा के आरोपों के बाद लालू ने नीतीश पर निशाना साधा है। राजद सुप्रीमो ने कहा कि 2002 में नीतीश कुमार को स्वयं को धर्मनिरपेक्ष साबित करने का सबसे अच्छा मौका था, लेकिन वह उस समय केंद्र की राजग सरकार में बने रहे। गोधरा दंगों के समय इस्तीफा नहीं दिया। फासीवादी और सांप्रदायिक ताकतों से हाथ मिला लिया।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर ट्रेन अग्निकांड की जांच को बंद कराने का आरोप लगाते हुए लालू ने संवाददाताओं से कहा, 'नरेंद्र मोदी के कहने पर नीतीश ने ट्रेन में हुए अग्निकांड की जांच बंद करा दी। यदि उस समय जांच होती तो बात आगे नहीं बढ़ती। रेल से ही समूचा खेल (दंगों की शुरुआत) शुरू हुआ, और इसलिए नीतीश ही गोधरा कांड के बाद हुए दंगों के लिए दोषी हैं।'
उन्होंने आरोप लगाया कि रेलमंत्री रहते हुए उस समय नीतीश ने चुप्पी साध ली थी। नीतीश की ‘चुनरी में दाग लगा है। वह दाग कैसे छुड़ा सकते हैं।' लालू ने कहा कि साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगाने की जांच नहीं हुई थी, इसलिए रेलमंत्री बनने पर उन्हें (लालू) यह जांच करानी पड़ी थी। गोधरा में ट्रेन में आग लगाने की घटना नीतीश के रेलमंत्री रहते हुई और दंगों के समय नीतीश राजग सरकार में बने रहे।
लालू ने सवाल उठाया कि भाजपा के आरोप के बाद नीतीश पल्ला झाड़ रहे हैं, लेकिन रेल की कोई घटना होगी तो मामला कौन देखेगा? नीतीश पल्ला नहीं झाड़ सकते हैं।
लालू यूपीए-1 सरकार में रेलमंत्री थे। भाजपा के आरोपों के बाद लालू ने नीतीश पर निशाना साधा है। राजद सुप्रीमो ने कहा कि 2002 में नीतीश कुमार को स्वयं को धर्मनिरपेक्ष साबित करने का सबसे अच्छा मौका था, लेकिन वह उस समय केंद्र की राजग सरकार में बने रहे। गोधरा दंगों के समय इस्तीफा नहीं दिया। फासीवादी और सांप्रदायिक ताकतों से हाथ मिला लिया।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं