निर्भया सामूहिक दुष्कर्म व हत्या मामले के दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दी जानी है. इस बीच एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से एक असामान्य व अजीबोगरीब मांग की है. दिल्ली स्थित एक एनजीओ परी ने मांग की है कि चारों दोषियों की फांसी का सीधा प्रसारण किया जाए. महिला अधिकार कार्यकर्ता और परी की संस्थापक योगिता भयाना ने इस संबंध में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा है.
भयाना ने कहा कि दोषियों को फांसी देना भारत में महिला सुरक्षा पर वैश्विक चिंताओं को दूर करने का सही अवसर प्रदान करता है. उन्होंने मंत्री से निर्भया सामूहिक दुष्कर्म के दोषियों को फांसी की सजा के लाइव प्रसारण के लिए स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया को अनुमति देने का आग्रह किया है. निर्भया के साथ 16 दिसंबर, 2012 को बेरहमी से दुष्कर्म किया गया, जिसके कई दिनों बाद उसकी मौत हो गई थी. इस मामले के चार आरोपियों को मौत की सजा सुनाई गई है, जिन्हें 22 जनवरी की सुबह फांसी दी जाएगी.
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