अरुणिमा सिन्हा
नई दिल्ली:
एनडीटीवी के कार्यक्रम 'यूथ फॉर चेंज' कॉन्क्लेव 2016 के तीसरे सत्र का सवाल है कि एक महिला इस समाज से कितनी उम्मीद कर सकती है...? इस सत्र में माउंट एवरेस्ट फतेह करने वाली अरुणिमा सिन्हा भी शामिल हुई हैं. बता दें कि एवरेस्ट पर कामयाब चढ़ाई करने वाली अरुणिमा दुनिया की पहली दिव्यांग महिला हैं.
उत्तरप्रदेश के अम्बेडकर नगर से ताल्लुक रखने वाली अरुणिमा के साथ 2011 में एक दर्दनाक हादसा हुआ. वह ट्रेन के जनरल कम्पार्टमेंट से दिल्ली जा रही थी तब कुछ चोरों ने उनका बैग और सोने की चैन छीनने की कोशिश की जिसका अरुणिमा ने कड़ा विरोध किया. हाथापाई के बाद चोरों ने उन्हें ट्रेन से धक्का मारकर ट्रेन से बाहर फेंक दिया. अरुणिमा के गिरने के बाद उनके पैर के ऊपर से एक ट्रेन गुज़र गई जिसके बाद डॉक्टरों को उनका एक पैर काटना पड़ा था.
अपने अनुभवों की बात करते हुए राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी रह चुकी अरुणिमा सिन्हा ने कहा 'मेरा परिवार बिल्कुल हताश था. मेरे खिलाफ भी तमाम तरह की खबरें आईं. मैं विरोध करना चाहती थी, लेकिन अस्पताल के वॉर्ड के बाहर मेरी आवाज़ भी नहीं जा पाती थी. बाद में मैंने सोचा कि शायद ईश्वर ने मुझे इस हादसे में इसलिए बचाया ताकि मैं इतिहास रच सकूं. मैं टूट गई थी, लेकिन हिम्मत नहीं हारी थी. जब मैं हॉस्पिटल के बेड पर थी तब चीख रही थी.'
अरुणिमा ने कहा कि जिन लड़कियों ने अपनी जिंदगी में कुछ पाया है. उनका भी फर्ज बनता है कि समाज को वे कुछ वापस दें. उन्होंने कहा कि लड़की को इतना तैयार करें कीजिए कि उसको किसी की जरूरत न पड़े.
इस कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें...
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
मेडल जीतने के बाद ही लोगों से हमें प्यार मिला, रियो से पहले सिर्फ NDTV ने हमारी बात की : दीपा मलिक
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
'दुनिया में दूरी पाटने का काम कर रहा है सोशल मीडिया'
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
योग से आपका हार्डवेयर भी अच्छा रहेगा और सॉफ्टवेयर भी : योगगुरु रामदेव
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
शर्मनाक है कि आज भी महिलाओं की स्थिति पर चिंता करने की जरूरत है : प्रसून जोशी
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
आज लोग पानी के लिए लड़ रहे हैं, लड़ना ही है तो धरती को बचाने के लिए लड़ें : दीया मिर्जा
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
अगर कभी लड़कियों पर फब्तियां नहीं कसी जातीं तो आश्चर्य होता है : तापसी पन्नू
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
हमें लड़कों के सामने उदाहरण पेश करना होगा, वे जरूर बदलेंगे : अमिताभ बच्चन
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
भारत के युवा इसकी ताकत, देश को दोबारा महान बनाएंगे : डॉ. प्रणय रॉय
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
उत्तरप्रदेश के अम्बेडकर नगर से ताल्लुक रखने वाली अरुणिमा के साथ 2011 में एक दर्दनाक हादसा हुआ. वह ट्रेन के जनरल कम्पार्टमेंट से दिल्ली जा रही थी तब कुछ चोरों ने उनका बैग और सोने की चैन छीनने की कोशिश की जिसका अरुणिमा ने कड़ा विरोध किया. हाथापाई के बाद चोरों ने उन्हें ट्रेन से धक्का मारकर ट्रेन से बाहर फेंक दिया. अरुणिमा के गिरने के बाद उनके पैर के ऊपर से एक ट्रेन गुज़र गई जिसके बाद डॉक्टरों को उनका एक पैर काटना पड़ा था.
अपने अनुभवों की बात करते हुए राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी रह चुकी अरुणिमा सिन्हा ने कहा 'मेरा परिवार बिल्कुल हताश था. मेरे खिलाफ भी तमाम तरह की खबरें आईं. मैं विरोध करना चाहती थी, लेकिन अस्पताल के वॉर्ड के बाहर मेरी आवाज़ भी नहीं जा पाती थी. बाद में मैंने सोचा कि शायद ईश्वर ने मुझे इस हादसे में इसलिए बचाया ताकि मैं इतिहास रच सकूं. मैं टूट गई थी, लेकिन हिम्मत नहीं हारी थी. जब मैं हॉस्पिटल के बेड पर थी तब चीख रही थी.'
अरुणिमा ने कहा कि जिन लड़कियों ने अपनी जिंदगी में कुछ पाया है. उनका भी फर्ज बनता है कि समाज को वे कुछ वापस दें. उन्होंने कहा कि लड़की को इतना तैयार करें कीजिए कि उसको किसी की जरूरत न पड़े.
इस कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें...
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
मेडल जीतने के बाद ही लोगों से हमें प्यार मिला, रियो से पहले सिर्फ NDTV ने हमारी बात की : दीपा मलिक
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
'दुनिया में दूरी पाटने का काम कर रहा है सोशल मीडिया'
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
योग से आपका हार्डवेयर भी अच्छा रहेगा और सॉफ्टवेयर भी : योगगुरु रामदेव
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
शर्मनाक है कि आज भी महिलाओं की स्थिति पर चिंता करने की जरूरत है : प्रसून जोशी
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
आज लोग पानी के लिए लड़ रहे हैं, लड़ना ही है तो धरती को बचाने के लिए लड़ें : दीया मिर्जा
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
अगर कभी लड़कियों पर फब्तियां नहीं कसी जातीं तो आश्चर्य होता है : तापसी पन्नू
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
हमें लड़कों के सामने उदाहरण पेश करना होगा, वे जरूर बदलेंगे : अमिताभ बच्चन
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
भारत के युवा इसकी ताकत, देश को दोबारा महान बनाएंगे : डॉ. प्रणय रॉय
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
एनडीटीवी यूथ फॉर चेंज, माउंट एवरेस्ट, अरुणिमा सिन्हा, NDTV Youth For Change, Mount Everest, Arunima Sinha