नई दिल्ली:
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर माओवादी हमले की चौतरफा निंदा हो रही है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कहा कि सभी को आतंक के खिलाफ लड़ाई में पार्टी राजनीति से ऊपर उठना चाहिए।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने इस हमले पर अपनी चिंता प्रकट करने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बातचीत की। उनके कार्यालय से जारी बयान में कहा गया, आडवाणी ने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि माओवाद और नक्सलवाद से कड़ाई से निबटने के लिए संगठित प्रयास किया जाना चाहिए। बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि सभी को नक्सलवाद और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई दलीय राजनीति से ऊपर उठकर लड़नी चाहिए।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के काफिले पर हुआ हमला दहशत फैलाने वाला है... नक्सलियों पर कोई रियायत नहीं बरती जानी चाहिए। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा, यह घटना काफी दुखद और चौंकाने वाली है। हम छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी नेताओं पर हुए हमले की निंदा करते हैं।
कांग्रेस नेता और केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा है कि अगर किसी को लगता है कि हिंसा से कांग्रेस को दबाया जा सकता है, तो वे गलती कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह घटना छत्तीसगढ़ सरकार के खुफिया तंत्र की विफलता है। कांग्रेस नेताओं को पर्याप्त सुरक्षा नहीं मुहैया कराई गई। छत्तीसगढ़ सरकार को इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने इस हमले पर अपनी चिंता प्रकट करने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बातचीत की। उनके कार्यालय से जारी बयान में कहा गया, आडवाणी ने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि माओवाद और नक्सलवाद से कड़ाई से निबटने के लिए संगठित प्रयास किया जाना चाहिए। बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि सभी को नक्सलवाद और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई दलीय राजनीति से ऊपर उठकर लड़नी चाहिए।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के काफिले पर हुआ हमला दहशत फैलाने वाला है... नक्सलियों पर कोई रियायत नहीं बरती जानी चाहिए। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा, यह घटना काफी दुखद और चौंकाने वाली है। हम छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी नेताओं पर हुए हमले की निंदा करते हैं।
कांग्रेस नेता और केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा है कि अगर किसी को लगता है कि हिंसा से कांग्रेस को दबाया जा सकता है, तो वे गलती कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह घटना छत्तीसगढ़ सरकार के खुफिया तंत्र की विफलता है। कांग्रेस नेताओं को पर्याप्त सुरक्षा नहीं मुहैया कराई गई। छत्तीसगढ़ सरकार को इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
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