राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) का तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संकटग्रस्त संदेशखालि का दौरा करेगा और स्थानीय लोगों से बात करेगा. एनसीएसटी का यह दौरा राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्यों के दौरे के कुछ दिनों बाद हो रहा है. एनसीएसटी के कार्यकारी अध्यक्ष अनंत नायक ने संवाददाताओं से कहा, ''हम वहां लोगों से मिलेंगे और उनकी शिकायतों पर गौर करेंगे.''
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने बुधवार को क्षेत्र में जारी हिंसा तथा मानवाधिकार उल्लंघन के संबंध में राज्य सरकार और पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी किया था.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, एनएचआरसी ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उत्तर 24 परगना जिले में स्थित संदेशखालि में 'मानवाधिकार उल्लंघन' की घटनाओं की 'घटनास्थल पर जांच कर तथ्यों को सत्यापित करने के लिए अपना दल भेजने' का निर्णय लिया है.
संदेशखालि में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.
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