फाइल फोटो
नागपुर:
केन्द्र में अलग-अलग सरकारों द्वारा 1975 से 1991 तक अपनाई गई गलत नीतियां हार्डवेयर के क्षेत्र में वैश्विक नेता के तौर पर उभरने की भारत की व्यापक क्षमता में बाधा रहीं। यह बात इन्फोसिस के सहसंस्थापक नारायण मूर्ति ने कही।
उन्होंने बुधवार को शाम यहां एक समारोह में कहा कि यदि भारत ने साफ्टवेयर के क्षेत्र में तेज छलांग लगाई है, हार्डवेयर के क्षेत्र में यह पिछड़ गया। मूर्ति को इंजीनियर्स फोरम के नागपुर चैप्टर द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया।
उन्होंने कहा कि यद्यपि में भारत के पास विश्व का नेतृत्व करने की क्षमता थी, उस समय में केन्द्र में अलग अलग सरकारों द्वारा अपनाई गई गलत नीतियों के चलते देश ने सुनहरा अवसर गंवा दिया।
जहां तक हार्डवेयर के उत्पादन का संबंध है, चीन को विश्व का कारखाना कहा जाता है। भारत के पास भी यह क्षमता थी। हालांकि 1975 और 1991 के बीच केन्द्र सरकार द्वारा अपनाई गई नीतियों के चलते भारत पिछड़ गया।
उन्होंने बुधवार को शाम यहां एक समारोह में कहा कि यदि भारत ने साफ्टवेयर के क्षेत्र में तेज छलांग लगाई है, हार्डवेयर के क्षेत्र में यह पिछड़ गया। मूर्ति को इंजीनियर्स फोरम के नागपुर चैप्टर द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया।
उन्होंने कहा कि यद्यपि में भारत के पास विश्व का नेतृत्व करने की क्षमता थी, उस समय में केन्द्र में अलग अलग सरकारों द्वारा अपनाई गई गलत नीतियों के चलते देश ने सुनहरा अवसर गंवा दिया।
जहां तक हार्डवेयर के उत्पादन का संबंध है, चीन को विश्व का कारखाना कहा जाता है। भारत के पास भी यह क्षमता थी। हालांकि 1975 और 1991 के बीच केन्द्र सरकार द्वारा अपनाई गई नीतियों के चलते भारत पिछड़ गया।
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