हरियाणा के गुरुग्राम में अब सार्वजनिक जगहों पर नमाज नहीं होगी. इसके लिए आदेश पहले ही आ चुके हैं. आज शुक्रवार को जुमे की नमाज होती है. इसे लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का सख्त रुख देखने को मिला है. सीएम खट्टर ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि खुले में नमाज नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि खुले में नमाज बर्दाश्त नहीं कि जाएगी. मुस्लिम समाज के लोग खुले में नमाज ना करें, भले ही वो अपने घर मे नमाज करें. जिला प्रशासन नमाज को लेकर बातचीत कर रहा है.
इससे पहले गुरुग्राम उपायुक्त ने बीते सोमवार को कहा था कि मुस्लिम और हिन्दू समाज के लोगों की बैठक बुलाई गई, जिसमें कई फैसले लिए गए. अब नमाज़ का विरोध नहीं होगा. इसमें तय हुआ कि अब सार्वजनिक जगहों पर नमाज़ नहीं होगी. जुमे की नमाज़ 12 मस्जिदों में होगी. छह सार्वजनिक जगहों पर नमाज़ पढ़ने के लिए किराया देना होगा. वक़्फ़ बोर्ड की ज़मीन उपलब्ध होते ही 6 जगहों पर नमाज़ बंद कर दी जाएगी.
"Friday prayers in open spaces wont be allowed in Gurugram," says Haryana CM Manohar Lal Khattar @mlkhattar @ndtv pic.twitter.com/tyo0IikbB6
— Mohammad Ghazali (@ghazalimohammad) December 10, 2021
गुरुग्राम में पिछले तीन महीने से चल रहा खुले में नमाज का विवाद अब थमता नजर आ रहा है. अब दोनों पक्षों ने गुरुग्राम के जिला उपायुक्त और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर आपसी सहमति बनाई है कि विवाद वाले स्थान जैसे कि सेक्टर-37, सेक्टर-47 और सरहौल गांव में नमाज अता नहीं की जाएगी.
बीते सोमवार को लिए गए इस फैसले का मुस्लिम समुदाय ने भी स्वागत किया था. जिला प्रशासन व संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के सदस्यों के साथ बनी इस सहमति पर मुस्लिम समाज ने संतोष जताया था. साथ ही यह भी कहा था कि कुछ लोग इस तरह की अफवाहें फैला रहे थे कि गुरुग्राम में नमाज का विरोध होता है वो बिलकुल गलत है. मुस्लिम समुदाय को कभी भी नमाज अता करने के लिए नहीं रोका गया.
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