मुंबई:
एक तरफ प्याज अपनी बढ़ी हुई कीमत की वजह से आंखों में आंसू ला रही है तो दूसरी तरफ नवी मुंबई में प्याज सड़ रही है।
प्याज व्यापारियों का आरोप है कि जेएनपीटी में कस्टम क्लियरेंस में देरी की वजह से विदेशों से आयात की गई लाखों की प्याज सड़ रही है।
एपीएमसी थोक मंडी में ऐसी ही एक खेप मे आई प्याज सड़ी हुई निकली। विदेशों से प्याज आयात करने वाले व्यापारी संतोष पेंडणेकर का कहना है कि मई में जब प्याज महंगी हुई तो विदेशों से खासकर मिस्र, तुर्की और ईरान से प्याज मंगाई जाने लगी। शुरू में तो कस्टम क्लियरेंस में कोई दिक्कत नहीं हुई, लेकिन अब काफी देरी हो रही है, जिसके चलते आज भी तकरीबन 100 कंटेनर प्याज जेएनपीटी में पड़ी हुई है।
पिछले दिनों 30 कंटेनर जब कस्टम क्लियरेंस के बाद मंडी पहुंचे और उन्हें खोला गया तो ज्यादातर प्याज सड़ चुकी थी।
एक कंटेनर के पीछे 8 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
वहीं प्याज की कीमत आज भी 50 रुपये प्रति किलो है। व्यापारियों का दावा है कि अगर आयात की गई प्याज समय से क्लियरेंस होकर बाजार में आए तो कीमत आधी हो सकती है, जिसका फायदा आम जनता को मिलेगा।
प्याज व्यापारियों का आरोप है कि जेएनपीटी में कस्टम क्लियरेंस में देरी की वजह से विदेशों से आयात की गई लाखों की प्याज सड़ रही है।
एपीएमसी थोक मंडी में ऐसी ही एक खेप मे आई प्याज सड़ी हुई निकली। विदेशों से प्याज आयात करने वाले व्यापारी संतोष पेंडणेकर का कहना है कि मई में जब प्याज महंगी हुई तो विदेशों से खासकर मिस्र, तुर्की और ईरान से प्याज मंगाई जाने लगी। शुरू में तो कस्टम क्लियरेंस में कोई दिक्कत नहीं हुई, लेकिन अब काफी देरी हो रही है, जिसके चलते आज भी तकरीबन 100 कंटेनर प्याज जेएनपीटी में पड़ी हुई है।
पिछले दिनों 30 कंटेनर जब कस्टम क्लियरेंस के बाद मंडी पहुंचे और उन्हें खोला गया तो ज्यादातर प्याज सड़ चुकी थी।
एक कंटेनर के पीछे 8 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
वहीं प्याज की कीमत आज भी 50 रुपये प्रति किलो है। व्यापारियों का दावा है कि अगर आयात की गई प्याज समय से क्लियरेंस होकर बाजार में आए तो कीमत आधी हो सकती है, जिसका फायदा आम जनता को मिलेगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं