पुलिस ने शनिवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को पिछले हफ्ते पुंछ में आतंकवादी हमले के पश्चात सेना द्वारा पूछताछ के लिए ले जाने के एक दिन बाद मृत पाए गए तीन लोगों के परिवारों से मिलने से रोक दिया. उनके सहयोगियों ने इसकी जानकारी दी.
पुंछ के सुरनकोट इलाके में 21 दिसंबर को आतंकवादियों द्वारा सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले में चार सैनिक मारे गए और तीन अन्य घायल हो गए. मामले में सेना तीन नागरिकों सफीर हुसैन (43), मोहम्मद शौकत (27) और शब्बीर अहमद (32) को बाद में पूछताछ के लिए ले गई थी, जो अगले दिन मृत मिले थे.
पीडीपी नेताओं ने कहा कि मुफ्ती को पार्टी के अन्य सहयोगियों के साथ बफलियाज के पास डेरा की गली में पुलिस ने रोक लिया और उन्हें पीड़ितों के परिवारों से मिलने के लिए टोपा पीर गांव की ओर जाने की अनुमति नहीं दी गई.
#WATCH | Poonch, J&K: PDP Chief Mehbooba Mufti was stopped by Police at DKG road for security reasons. https://t.co/3g8XoXE6br pic.twitter.com/OcwjEXxgQd
— ANI (@ANI) December 30, 2023
उन्होंने बताया कि पीडीपी प्रमुख ने धरना दिया और मांग की कि उन्हें गांव का दौरा करने की अनुमति दी जाए. हाल में बीजेपी अध्यक्ष रवींदर रैना को पीड़ित परिवारों से मिलने की अनुमति देने के मद्देनजर महबूबा ने उन्हें वहां जाने से रोकने के फैसले पर सवाल उठाया.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पिछले हफ्ते मृत नागरिकों के परिवारों को मुआवजा और नौकरी देने की घोषणा की थी और कहा था कि चिकित्सा-कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और इस मामले में उचित प्राधिकारी द्वारा कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
सेना ने तीन नागरिकों की मौत की गहन आंतरिक जांच का आदेश दिया है और कहा है कि वह जांच के संचालन में पूर्ण समर्थन और सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं