
राजा रघुवंशी मर्डर मामले ने देश को झकझोर कर दिया है. हर किसी की नजर इस मामले में लगी हुई है. हालांकि इस बीच एक खबर ने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा है, जिसमें पवित्र नगरी उज्जैन में राजा रघुवंशी के परिजनों ने दिवंगत आत्मा के लिए 'पिंडदान' अनुष्ठान किया. खास बात ये रही कि इस अनुष्ठान में मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी का भाई गोविंद भी शामिल हुआ. सोनम को चार अन्य लोगों के साथ अपने पति राजा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. राजा की हत्या तब की गई जब वे दोनों पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में हनीमून मना रहे थे.
राजा के भाइयों सचिन और विपिन द्वारा क्षिप्रा नदी के तट पर 'पिंडदान' (मृतकों की आत्मा की शांति के लिए चावल, जौ, आटा और तिल जैसे खाद्य पदार्थों का ढेर चढ़ाना) किया गया.
सचिन ने संवाददाताओं से कहा, 'सिद्धवट घाट पर जब हमने पिंडदान किया, तब गोविंद हमारे साथ था.'
न्याय की लड़ाई लड़ रहा हूं: गोविंद
गोविंद ने दोहराया कि वह राजा के परिवार के साथ खड़ा है, क्योंकि वह न्याय की लड़ाई लड़ रहा है.
सोनम पर आरोप है कि उसने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाह (20) के साथ मिलकर भाड़े के तीन हत्यारों के जरिये अपने पति की हत्या कराई, ताकि उसे रास्ते से हटाया जा सके.
राजा रघुवंशी हत्याकांड के पांचों आरोपी फिलहाल मेघालय पुलिस की हिरासत में हैं, जिनसे पूछताछ के जरिये इस वारदात की कड़ियां जोड़ी जा रही हैं.
2 जून को मिला था राजा का शव
राजा और सोनम 23 मई को मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके में छुट्टियां मनाते समय लापता हो गए थे. राजा का शव दो जून को एक खड्ड में मिला था, जबकि सोनम घटना के बाद से लापता थी.
सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में पुलिस के सामने आठ जून को देर रात आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि कुशवाहा समेत चार आरोपियों को मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार किया गया था.
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